कांग्रेस ने कहा- गंगाजल हाथ में लेकर नहीं खाई थी शराब बंदी की कसम, डॉ. रमन झूठ को स्वीकार लें नहीं तो भेजी जायेगी कानूनी नोटिस

मिसाल न्यूज़

रायपुर। भाजपा की ओर से यह कहने पर कि कांग्रेस नेताओं ने गंगाजल हाथ में लेकर पूर्ण शराब बंदी का जो वादा किया था वह पूरा नहीं हुआ, इस पर एक बार फिर प्रदेश का राजनीतिक माहौल गर्मा गया है। राजीव भवन में आज कांग्रेस ने पत्रकार वार्ता में प्रोजेक्टर लगाकर दिसंबर 2018 के चुनाव के समय का एक दृश्य प्रस्तुत किया। उस दृश्य में कांग्रेस नेतागण हाथ में गंगाजल लेकर किसानों की कर्जा माफी का वादा करते नज़र आ रहे हैं।  पत्रकार वार्ता में कांग्रेस नेताओं ने कहा कि इस दृश्य को देखने के बाद साबित हो जाता है कि भाजपा की झूठ बोलने में कितनी मास्टरी है। सच यह है कि कांग्रेस ने गंगाजल हाथ में लेकर कभी शराब बंदी का वादा नहीं किया। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि 3 दिनों के भीतर यदि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने अपने इस झूठ को स्वीकार नहीं किया तो उन्हें कानूनी नोटिस भेजी जाएगी।

पत्रकार वार्ता में प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा नेता प्रदेश भर घूम-घूम कर गंगाजल के नाम पर झूठ फैलाने का काम कर रहे हैं। गंगाजल सम्मान यात्रा निकालकर भाजपा द्वारा कांग्रेस के हर वायदे को लेकर दुष्प्रचार किया जा रहा है। भाजपा के एक बड़े नेता लाज शर्म छोड़कर कह रहे हैं कि कांग्रेस ने गंगाजल हाथ में लेकर शराब बंदी का वादा किया था। सच्चाई यह है कि इसी राजीव भवन में 2018 के विधानसभा चुनाव के पहले एक पत्रकार वार्ता में गंगाजल को साक्षी मानकर कांग्रेस के नेताओं ने संकल्प लिया था कि हमारी सरकार बनने पर किसानों का कर्जा माफ करेंगे। यह संकल्प सिर्फ किसानों की कर्ज माफी का था। उस पत्रकार वार्ता में उस समय के कांग्रेस नेता आर.पी.एन सिंह, तत्कालीन राष्ट्रीय प्रवक्ता जयवीर शेरगिल, राष्ट्रीय प्रवक्ता राधिका खेरा, तत्कालीन कांग्रेस के मीडिया चेयरमेन शैलेष नितिन त्रिवेदी, वर्तमान चेयरमेन सुशील आनंद शुक्ला, प्रवक्ता आर.पी. सिंह सहित अन्य प्रवक्तागण उपस्थित थे। इनमें से आर.पी.एन सिंह अब भाजपा में हैं और जयवीर शेरगिल कांग्रेस में नहीं हैं। गंगाजल लेकर कसम खाने या संकल्प लेने की भाजपा द्वारा फैलाये गये झूठ के कारण आई थी। भाजपा के आईटी सेल ने सोशल मीडिया में एक फर्जी पत्र वायरल किया था। जिसमें उस समय के प्रभारी महामंत्री गिरीश देवांगन का फर्जी लेटर पैड था जो तत्कालीन मीडिया विभाग के अध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी के हस्ताक्षर से बनाया गया था। उस फर्जी पत्र में कहा गया था कि किसानों की कर्जा माफी की बात घोषणा पत्र में जो है वह गलत है, इस पर ज्यादा जोर नहीं देना है। भाजपा के इस फर्जी वादे को बेनकाब करने के लिये उक्त पत्रकार वार्ता लेना पड़ा था जिसमें सिर्फ कर्जा माफी की बातें हुई थी। विशेष तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरूण साव एवं नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल इस झूठ को फैला रहे हैं।

प्रदेश कांग्रेस कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल ने कहा कि भाजपा झूठ बोल रही है कि कांग्रेस ने सभी वायदों के लिये गंगाजल की कसम खाई थी। भाजपा नेताओं में गंगाजल के प्रति सम्मान है तो वे हाथ में उसे लेकर कसम खायें कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में सभी वायदों के लिये गंगाजल लेकर कसम खाई थी। भाजपा नेता यदि कसम खाने को तैयार हैं तो उन्हें गंगाजल हम उपलब्ध करवा देंगे।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आर.पी.सिंह ने कहा कि भाजपा झूठ की राजनीति करती आई है। इनके राष्ट्रीय नेता झूठ बोलते हैं। स्मृति ईरानी ने सरेआम झूठ बोला कि भारत जोड़ो यात्रा के पहले राहुल गांधी स्वामी विवेकानंद के स्मारक पर नहीं गये। जबकि हकीकत यह थी कि राहुल गांधी अपने पिता के सामाधि पर जाने के पहले स्वामी जी को शीश नवाने गये थे। राहुल गांधी के साथ चलने वाली लड़की के बारे में गलत एवं भ्रामक दावे किये गये। राजनीति की पराकाष्ठा तो तब हो गयी जब सगी भांजी के बारे में भाजपा के तमिलनाडु आईटी सेल के अध्यक्ष ने गलत कोट किया था। इसके पहले ट्वीट पर संबित पात्रा ने गलत सामग्री पोस्ट की थी। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने उस फर्जी दस्तावेज को शेयर किया था। जिसे ट्वीट ने मेन्यूप्लेट मीडिया घोषित किया था। भाजपा अपने जन्म से झूठ और फरेब की राजनीति करती आई है। इनका सूत्र वाक्य है कि एक झूठ को बार-बार बोलो तो लोग भ्रम में पड़कर सच मानने लगेंगे। गंगाजल की कसम में भी यही हो रहा है।

पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि लेटर पैड किसी और का तथा हस्ताक्षर किसी और का जैसे खेल खेलने वाले भाजपा के लोग झूठ का सहारा ले रहे हैं। ऐसी राजनीति छत्तीसगढ़ को स्वीकार्य नहीं है। डॉ. रमन सिंह को पता है कि क्यों गंगाजल की शपथ ली गयी थी। सिर्फ राजनैतिक फायदे के लिये दुष्प्रचार करना तथा भ्रम फैलाने के लिये झूठ का सहारा लेना गलत है। जो नहीं हुआ है उसे बार-बार बोलकर सत्य में बदलने की कोशिश करना भाजपा की बदनीयति को दर्शाता है। 3 दिनों के भीतर डॉ. रमन सिंह ने यदि यह नहीं स्वीकार किया कि उन्होंने झूठ बोला है तो फिर उन्हें कानूनी नोटिस भेजी जायेगी। कांग्रेस नेताओं ने हाथ में गंगाजल उठाकर सरकार बनने पर 10 दिन के भीतर किसानों का कर्जा माफ करने का वादा किया था। मुख्यमंत्री की शपथ लेने के बाद भूपेश बघेल ने 2 घंटे के भीतर इस वादे को पूरा किया और प्रदेश के 20 लाख किसानों का कर्जा माफ हुआ है। कांग्रेस के 36 बिंदुओं के घोषणा पत्र में कहीं भी बेरोजगारी भत्ता जैसे शब्दों का उल्लेख ही नहीं है बल्कि 2003 में भाजपा ने सरकार बनने पर 12वीं पास युवाओं को 500 रु महीना बेरोजगारी भत्ता देने का जो वादा किया गया था वह कभी पूरा नहीं हुआ।

पत्रकार वार्ता में प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री प्रशासन रवि घोष, प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर, सुरेन्द्र वर्मा, प्रदेश कांग्रेस विधि विभाग के अध्यक्ष देवा देवांगन, नितिन भंसाली, प्रकाश मणी वैष्णव उपस्थित थे।

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