मिसाल न्यूज़
रायपुर। रायपुर विकास प्राधिकरण (आरडीए) संचालक मंडल के सदस्य राजेन्द्र पप्पू बंजारे ने अपनी ही संस्था आरडीए में सूचना के अधिकार के तहत आवेदन लगा दिया है। आरडीए परिसर में सवाल यही तैर रहा है कि पप्पू स्वयं राज्य शासन व्दारा आरडीए में मनोनीत पदाधिकारी हैं। वे चाहें तो अफसरों व कर्मचारियों से ऐसे भी जानकारी मांग सकते हैं। आखिर ऐसी कौन सी ज़रूरत आ पड़ी कि उन्हें सूचना के अधिकार के तहत आवेदन लगाने मजबूर होना पड़ा।
उल्लेखनीय है कि राज्य शासन की ओर से आरडीए में अध्यक्ष, दो उपाध्यक्ष एवं 5 संचालक मंडल सदस्यों की नियुक्ति की गई है। शासन की ओर से नियुक्त आठों जन प्रतिनिधियों में राजेन्द्र पप्पू बंजारे सबसे ज्यादा मुखर माने जाते हैं। वे रायपुर शहर में आरडीए की ओर से और ट्रांसपोर्ट नगर बनाये जाने की वकालत कर चुके हैं। जब कभी आरडीए संचालक मंडल की बैठक होती है प्रमुखता से जनहित से जुड़े मुद्दों को लेकर अपनी बात रखने में पप्पू बंजारे अग्रणी रहते हैं। आरडीए में इन दिनों दबे स्वरों में चर्चा यही है कि पप्पू बंजारे जन हित में अपनी ही संस्था में सूचना के अधिकार के तहत आवेदन लगाए हैं। आरडीए से जुड़े अफसरों व कर्मचारियों के लिए यह समझ पाना मुश्किल हो रहा है कि ऐसी क्या विवशता रही जो बंजारे को आवेदन लगाना पड़ गया है। ‘मिसाल न्यूज़’ ने आरडीए के अफसरों व कर्मचारियों से बात करने की कोशिश की लेकिन कोई भी इस विषय पर बोलने के लिए तैयार नहीं है। यहां तक कि स्वयं बंजारे ने भी आवेदन लगाना स्वीकार नहीं किया है। जबकि माना यही जा रहा है कि उन्होंने आवेदन के माध्यम से जो जानकारी चाही है वह जमीन एवं आवास से जुड़े बिन्दुओं तथा हितग्राहियों से ली जाने वाली राशि से संबंधित है।
“मैंने आरडीए में सूचना के अधिकार के तहत कोई आवेदन नहीं लगाया है।”
राजेन्द्र पप्पू बंजारे, संंचालक मंडल सदस्य आरडीए