0 सत्ता पक्ष का सवाल- विपक्षियों का निलंबन
समाप्त नहीं हुआ तो सदन में कैसे आए?
मिसाल न्यूज़
रायपुर। विधानसभा में आज सरकार के खिलाफ विपक्षी भाजपा विधायकों के तेवर कुछ ज्यादा ही तीखे नज़र आए। विपक्षी सदस्य विरोध प्रदर्शन करते हुए गर्भ गृह में ही जाकर नहीं रुके बल्कि आसंदी की तरफ कागज़ फाड़कर उछाल दिए। ऐसी बाधा देख विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी।
प्रश्नकाल के दौरान 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई सदन की कार्यवाही शून्य काल में जब दोबारा शुरु हुई तो सत्ता पक्ष के साथ-साथ विपक्षी भाजपा विधायक भी अपनी जगह पर पहुंच चुके थे। नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया एवं कांग्रेस विधायक कुलदीप जुनेजा ने सवाल उठाया कि विपक्षी भाजपा विधायकों का निलंबन अभी समाप्त नहीं हुआ है, फिर ये अपनी जगह पर कैसे आ गए? इस पर भाजपा विधायकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरु कर दी। जवाब में सत्ता पक्ष के विधायकों की तरफ से भी नारेबाजी होने लगी। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने भाजपा विधायकों से कहा कि अभी आपका निलंबन समाप्त नहीं हुआ है, अतः सदन से बाहर चले जाएं। भाजपा विधायकगण बाहर जाने के बजाए नारेबाजी करते हुए गर्भ गृह में आ गए। शोरगुल के बीच अध्यक्ष ने कहा कि आज के जो ध्यानाकर्षण हैं वो पढ़े हुए माने जाएंगे। शून्यकाल की सूचनाएं पढ़ी हुई मानी जाएंगी। कार्य सूची में दर्शायी गई समस्त याचिकाएं पढ़ी हुई मानी जाएंगी। विधानसभा उपाध्यक्ष का निर्वाचन कल 5 जनवरी को जो होना था वह आज 4 जनवरी को होगा। डॉ. महंत ने कहा कि आरोप लगाने की प्रक्रिया पूर्व निर्धारित है। विधायकों व्दारा आज सीमा से बाहर जाकर जो भी आरोप लगाए गए वो सभी विलोपित किए जाएंगे। इसके साथ ही अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दोबारा 1 घंटे के लिए स्थगित कर दी।
सदन की कार्यवाही जब फिर से शुरु हुई भाजपा विधायकों ने पुनः शोर शराबा शुरु कर दिया और चावल चोर के नारे लगाने लगे, साथ ही गर्भ गृह में आकर धरने पर बैठ गए। यही नहीं भाजपा विधायकों ने कागज़ फाड़कर आसंदी की तरफ उछाल दिया। इस हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी। उल्लेखनीय है कि विधानसभा का यह विस्तारित शीत सत्र 2 से 6 जनवरी तक चलना प्रस्तावित था।