मिसाल न्यूज़
रायपुर। किडनी रोग से प्रभावित गांव सुपेबेड़ा में अब तक शुद्ध पीने का पानी उपलब्ध नहीं होने का मामला आज विधानसभा में उठा। मंत्री गुरु रूद्र कुमार की ओर से इस संबंध में जो भी जवाब आए उससे विपक्षी भाजपा विधायकगण संतुष्ट नहीं हुए और नारेबाजी करते हुए सदन से वाक आउट कर गए।
प्रश्नकाल में भाजपा विधायक डमरूधर पूजारी ने पूछा कि सुपेबेड़ा क्षेत्र शुद्ध पानी कब तक पिलाएंगे? लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरु रूद्र कुमार ने कहा कि जब हमारी सरकार बनी तो वहां हादसे हुए थे। मैं और स्वास्थ्य मंत्री दोनों सुपेबेड़ा क्षेत्र गए थे। वहां मौतें पानी के कारण नहीं हो रही हैं। वहां नौ गावों के लिए हमने मल्टी विलेज स्कीम बनाया है। जल्द टेंडर बुलाकर काम कराएंगे। भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि सुपेबेड़ा में लगातार मौतें हो रही हैं। सरकार इस मामले में संवेदनशील नजर नहीं आ रही है। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि सुपेबेड़ा क्षेत्र की देश भर में चर्चा रही है। जल्द से जल्द यहां की समस्या का हल निकाला जाए। भाजपा सदस्य धरमलाल कौशिक ने कहा कि इस सरकार का चार साल का समय निकल चुका। मंत्री कह रहे हैं कि जो काम होने हैं उनका टेंडर हो जाएगा। सुपेबेड़ा क्षेत्र के लोगों को शुद्ध पानी पिला सकने में यह सरकार सक्षम नहीं है। मंत्री गुरु रूद्र कुमार ने कहा कि सुपेबेड़ा एवं उसके आसपास गांव वालों की मांग है उन्हें तेल नदी से पानी उपलब्ध कराया जाए। इस काम के लिए 1 माह के भीतर टेंडर बुलाया जाएगा और नौ गावों को पानी मिलेगा। भाजपा विधायक शिवरतन शर्मा ने कहा कि 2019 में इसी विधानसभा में हुए राज्यपाल के अभिभाषण में सुपेबेड़ा का जिक्र था। उस साल सरकार ने जो बजट पेश किया था उसमें सुपेबेड़ा के लिए अलग से मद रखी गई थी, लेकिन कोई समाधान अब तक नहीं निकला। अजय चंद्राकर ने पूछा और कितने ग्रामों को पानी पिलाने की योजना है। मंत्री रूद्र गुरु ने कहा कि 15 साल आप लोगों की सरकार थी। आप लोग तो कुछ किए नहीं। शिवरतन शर्मा ने कहा कि सुपेबेड़ा को माइनिंग का अड्डा बना दिया गया है। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि विपक्ष की तरफ से किए जा रहे सवालों का मंत्री की तरफ से संतोषजनक उत्तर नहीं मिल रहा है। इसके विरोध में हम बहिर्गमन करते हैं। इसके साथ ही सारे भाजपा विधायक नारेबाजी करते हुए सदन से वाक आउट कर गए।