सत्यनारायण शर्मा ने कहा- जैसे गांधी जी राष्ट्रपिता कहलाए, वैसे ही राहुल गांधी ‘राष्ट्र पुत्र’

मिसाल न्यूज़

रायपुर। पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस विधायक सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि देश में ऐसा पहली बार हुआ है कि भ्रष्ट बेईमानों और देश की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ आवाज उठाना गुनाह हो गया है। राहुल गांधी ने आखिर यही तो सवाल उठाया था कि अडानी पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इतने मेहरबान क्यों हैं? इसके बाद मानहानि का हवाला देते हुए राहुल गांधी की लोकसभा से सदस्यता समाप्त कर दी गई। जिस तरह गांधी जी ने अंग्रेजों को हिला दिया था उसी तरह राहुल गांधी ने भाजपा को हिला दिया है। जैसे गांधी जी राष्ट्रपिता कहलाए, वैसे ही राहुल गांधी राष्ट्र पुत्र हैं।

राजीव भवन में आज मीडिया से बातचीत करते हुए सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश में आज आम आदमी की आवाज उठाना तथा भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद करना मानो गुनाह हो गया है। देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष एवं 4 बार के सांसद राहुल गांधी जब संसद के अंदर बात करते हैं तो उन्हें बोलने नहीं दिया जाता। उनका माइक बंद कर दिया जाता है। सत्तारूढ़ दल के सांसद बहुमत के अतिवादी चरित्र का प्रदर्शन करते हुये संसद की कार्यवाही नहीं चलने देते। केंद्रीय मंत्री अपने पद की गरिमा को तार-तार करते हुये अनर्गल बयाबाजी करते हैं। जब इन सबसे भी आवाज को नहीं दबा पाते तो एक और षड़यंत्र रच लिया जाता है राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता समाप्त कर देने का। आज भी यह सवाल खड़ा हुआ है कि एलआईसी और एसबीआई के करोड़ों निवेशकों का पैसा मोदी सरकार ने जोखिम में क्यों डाला? देश का पूरा विपक्ष जब अडानी के घोटाले की जांच की मांग कर रहा है तो मोदी सरकार जांच से क्यों डर रही है? जांच से किस खुलासे का भय मोदी को सता रहा है? कौन बेनकाब हो जायेगा और किसकी प्रतिमा खंडित होने का भय भाजपा सरकार को सता रहा है?  राहुल गांधी ने यही सवाल तो पूछा है कि कितने बार मोदी जी अपने साथ अडानी को विदेश यात्रा पर ले गये? मोदी यह बताने में क्यों डर रहे हैं?

शर्मा ने कहा कि भाजपा की ध्यान भटकाने की कवायद 3 हास्यास्पद आरोपों से साबित होती है। सबसे पहले उन्होंने दावा किया कि राहुल गांधी ने विदेशी ताकतों से लंदन में भारत की मदद करने के लिए कहा। ये एक सफेद झूठ है। अगर कोई उनके वक्तव्यों को ध्यान से देखे, तो उन्होंने ये कहा कि भारत का अंदरूनी मामला है, हम स्वयं इसका हल निकालने में सक्षम हैं। दूसरा, भाजपा अब झूठा हौवा खड़ा कर रही है कि राहुल गांधी ने ओबीसी को सिर्फ इसलिए निशाना बनाया, क्योंकि उन्होंने पीएम मोदी से एक सवाल किया था, यह ध्यान भटकाने का एक और बोगस हथकंडा है। जो व्यक्ति एकता का संदेश देते हुए भारत जोड़ो यात्रा में 4 हजार किलोमीटर पैदल चल सकता है, वो कैसे एक समुदाय को निशाना बना सकता है?

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