मिसाल न्यूज़
रायपुर। विधानसभा में आज स्कूलों में बाल पत्रिका किलोल की खरीदी पर भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने कई सवाल खड़े किए। चंद्राकर ने कहा कि मैं भी शिक्षा मंत्री रहा हूं। जुर्म साबित करके दिखा दें, जेल चल दूंगा।
प्रश्नकाल में भाजपा विधायक अजय चंद्राकर का सवाल था कि मासिक बाल पत्रिका किलोल के संपादक, प्रकाशक एवं मुद्रक कौन हैं? क्या प्रदेश की समस्त शालाओं , संकुलों व स्कूल शिक्षकों को उक्त पत्रिका की खरीदी हेतु कोई निर्देश जारी हुआ है? 20 जून 2023 की स्थिति में उक्त पत्रिका किस दर पर किस मद से कितनी राशि की खरीदी जा चुकी है? कितनी शालाएं संकुल शिक्षकों को वार्षिक एवं आजीवन सदस्यता दी गई है? स्कूली शिक्षा मंत्री रविन्द्र चौबे की ओर से जवाब आया कि किलोल की संपादक डॉ. रचना अजमेरा एवं प्रकाशक श्यामा तिवारी व्दारा विंग्स टू फ्लाई सोसाइटी हैं। मुद्रक सलूजा ग्राफिक्स रायपुर है। पत्रिका की शासकीय खरीदी नहीं की गई है। 72 शालाओं ने शाला अनुदान मद से एवं 3 हजार 233 संकुलों ने संकुल अनुदान मद से 10 हजार की दर से आजीवन सदस्यता प्राप्त की है। वर्ष 2020-21 में 1975 शालाओं व्दारा शाला अनुदान मद से 600 रुपये की दर से एवं वर्ष 2021-22 में 693 शालाओं व्दारा शाला अनुदान मद 720 रुपये की दर से वार्षिक सदस्यता ली गई थी। वर्ष 2022-23 में 354 शालाओं व्दारा शाला अनुदान मद से तथा 556 संकुलों व्दारा संकुल अनुदान मद से 720 रुपये की दर पर वार्षिक सदस्यता ली गई है। चंद्राकर व्दारा किलोल की खरीदी को लेकर सवाल पर सवाल खड़े किए जाने पर मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि प्रदेश में जब आपकी हुकूमत थी श्यामा प्रसाद मुखर्जी एवं दीनदयाल उपाध्याय के चित्र तक खरीदे जाते थे। हम तो बच्चों के मानसिक विकास के लिए बाल पत्रिकाएं खरीद रहे हैं। अजय चंद्राकर ने कहा कि पॉलिटिकल आंसर न दें। मैं भी शिक्षा मंत्री रहा हूं, जुर्म साबित हुआ तो जेल चल दूंगा। सवाल यह है कि सरकार ने नियम सभी बाल पत्रिकाओं के लिए बनाया है या सिर्फ किलोल के लिए। चौबे ने कहा कि किलोल लाइब्रेरी के लिए तो खरीदते ही हैं साथ ही अन्य बाल पत्रिकाएं भी खरीदते हैं। चंद्राकर ने सवाल उठाया कि केन्द्र शासन से जब टीए मद से खरीदने का निर्देश नहीं है तो फिर क्यों खरीद रहे हैं? उन्होंने कहा कि खरीदी के इस खेल में हजारों स्कूलों से करोड़ों इकट्ठा करने का उपक्रम चल रहा है। भाजपा विधायक धरमलाल कौशिक ने भी किलोल की खरीदी पर सवाल उठाया। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि इस संबंध में एक हफ्ते के भीतर मंत्री मेरे समक्ष जानकारी प्रस्तुत करें।