मिसाल न्यूज़
रायपुर। विधानसभा में आज कांग्रेस विधायक चातुरी नंद ने सवाल उठाया कि पुलिस कर्मियों को 18 रुपये साइकिल भत्ता, 100 रुपये पौष्टिक आहार भत्ता, 60 रुपये धुलाई भत्ता एवं 1500 रुपये मकान किराया भत्ता दिया जाता है, आज के जमाने में इतने में होता क्या है?
प्रश्नकाल में श्रीमती चातुरी नंद का सवाल था कि प्रदेश के पुलिस कर्मियों को किस किस प्रकार के वेतन भत्ते एवं अन्य सुविधाएं प्रदान की जाती हैं? क्या पुलिस कर्मियों के मूल वेतन, ग्रेड पे एवं भत्तों में बढ़ोत्तरी का कोई प्रस्ताव लंबित है? गृह मंत्री विजय शर्मा ने ज़वाब में कहा कि नक्सल प्रभावित संवेदनशील स्थानों में 15 से 20 प्रतिशत तथा अति संवेदनशील स्थानों में पदस्थ पुलिस कर्मियों को 50 प्रतिशत तक भत्ता मिलता है। कुछ विशेष अतिरिक्त भत्ते भी दिए जाते हैं जिनमें पौष्टिक आहार भत्ता, राशन भत्ता शामिल है। श्रीमती चातुरी नंद ने कहा कि आपके विभाग में राशन भत्ता बढ़ाकर 1500 रुपये करने की फाइल अटकी हुई है। पुलिस कर्मियों को साइकल भत्ता 18 रुपये मिलता है। आज के जमाने में 18 रुपये क्या होता है? 100 रुपये पौष्टिक आहार भत्ता मिलता है। 100 रुपये में तो एक दिन का खाना भी नहीं आता। वर्दी धुलाई का 60 रुपये मिलता है। 60 रुपये तो निरमा पाउडर की कीमत ही हो जाती है। 1500 रुपये मकान किराया भत्ता दिया जाता है। एक मकान का किराया ही 4 से 5 हजार हो जाता है। या तो मकान किराया बढ़ाया जाना चाहिए या फिर पुलिस कर्मियों के लिए आवास की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए। डॉ. रमन सिंह से लेकर अरुण साव, धर्मजीत सिंह एवं पुन्नूलाल मोहले ने ग्रेड पे 1900 से बढ़ाकर 2800 करने पर पूर्व में जोर दिया था। इसके अलावा एक ही पद पर 10-15 साल से सेवाएं दे रहे पुलिस कर्मियों को पदोन्नति दी जानी चाहिए। गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि बहुत सी चीजें प्रक्रियाधीन हैं। जल्द रिजल्ट मिलेगा। आपकी चिंता जायज है। इतने कम पैसे में वर्दी की धुलाई नहीं हो सकती। आपने पौष्टिक आहार को लेकर जो कहा उसे भी स्वीकार करता हूं।
पुलिस कर्मियों से जुड़ी समस्याओं पर भाजपा विधायक धर्मजीत सिंह एवं कांग्रेस विधायक व्दय कवासी लखमा एवं कुंवर सिंह निषाद ने भी अपनी बात रखी। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि श्रीमती चातुरी नंद पहली बार चुनाव जीतकर इस सदन में आई हैं। जिस विव्दता के साथ उन्होंने अपनी बात रखी इसके लिए उन्हें बधाई देता हूं। ऐसे सदस्यों की मौजूदगी से सदन की मर्यादा बढ़ेगी। मान बढ़ेगा।