मिसाल न्यूज़
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, विधानसभा नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज मीडिया के सामने संयुक्त रूप से आरोप लगाते हुए कहा कि भिलाई विधायक देवेन्द्र यादव की गिरफ्तारी के पीछे गहरा षड़यंत्र है। बलौदाबाजार में हुई घटना पर अपनी नाकामी को छुपाने साय सरकार विपक्ष के नेताओं को टारगेट कर रही है। इसके विरोध में 21 अगस्त को प्रदेश के सभी जिलों में कांग्रेस धरना प्रदर्शन करेगी।
राजीव भवन में आज पत्रकार वार्ता में दीपक बैज ने कहा कि कहा कि विधायक देवेन्द्र यादव बलौदाबाजार में न भाषण दिये और न ही कलेक्टर ऑफिस प्रदर्शन में शामिल हुये। वे भीड़ में पांच मिनट रूक कर वापस आ गये थे। कहीं भी किसी हिंसक घटना में उनकी संलिप्तता का कोई भी साक्ष्य नहीं है। पुलिस ने उनको गलत तरीके से गिरफ्तार किया है। सरकार व पुलिस बताये कि उस घटना पर किन भाजपा नेताओं को नोटिस दिया या पूछताछ की गयी। जहां तक कांग्रेस नेताओं के नाम की बात है तो बताएं हम खुद पूछताछ के लिये लेकर आयेंगे। न्याय संगत कार्रवाई होनी चाहिये। भाजपा सरकार चरित्र और व्यवहार में 8 माह में ही अलोकतांत्रिक हो गई है। पत्रकारों को गलत तरीके से फंसाकर उनकी गाड़ी में गांजा रख दिया जाता है। विपक्ष के विधायक को झूठे मुकदमे में फंसाकर गिरफ्तार किया जाता है। सरकार बनते ही पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ ईओडब्ल्यू में झूठा मुकदमा दर्ज किया गया। बलौदाबाजार के मामले में सतनामी समाज और कांग्रेस के लोगों को चिन्हांकित करके उनको जेलों में डाला गया। कांग्रेस भाजपा सरकार के इस आततायी चरित्र से डरने वाली नहीं।
बैज ने कहा कि बलौदाबाजार में हुई आगजनी की भयावह घटना के पीछे शासन प्रशासन की बड़ी लापरवाही व सरकार के खुफिया तंत्र का फेल होना है। समय रहते सरकार व प्रशासन सचेत हो जाता व सीबीआई जांच की मांग पूर्व में ही मान ली गई होती तो प्रदेश को शर्मसार करने वाली घटना से बचा जा सकता था। लचर कानून व्यवस्था और प्रशासन की निरंकुशता व लापरवाही से बलौदाबाजार में सतनामी समाज के आंदोलन में असामाजिक तत्वों की घुसपैठ हुई और इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया गया। इस पूरे आंदोलन में भाजपा के जिलाध्यक्ष सनम जांगड़े सहित अन्य भाजपा नेताओं की भूमिका की जांच हो। सवाल यह कि धरना प्रदर्शन को कलेक्टर से परमिशन दिलाने वाला कौन था? रैली में आने वाले हजारों लोगों के लिये भोजन, मंच, पंडाल, माइक के लिए रुपयों की व्यवस्था किसने की? इतनी बड़ी घटना के बाद भड़काऊ भाषण देने वाले की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई? नागपुर से 250 से अधिक लोग आये थे वो कौन थे? सरकारी तंत्र उन पर नजर क्यों नहीं रख पाया? रैली की शुरूआत से ही उपद्रव शुरू हो गया था उसके बावजूद लोगों को कलेक्ट्रेट क्यों जाने दिया गया? भीड़ को रोकने की कोशिश क्यों नहीं हुई? आम जनता के वाहन जलाये जा रहे थे, लोगों को दौड़ा कर पीटा जा रहा था तब पुलिस कहां थी? एसपी किसके इशारे पर शांत बैठे हुये थे? घटना को रोकने के बजाय पलायन क्यों कर गये?
नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि कांग्रेस के हमारे नेता देवेंद्र यादव को षड़यंत्रपूर्वक फंसाने के लिये इतनी सारी धाराएं लगाई गई हैं। इस गिरफ्तारी की हम निंदा करते है। हम सब देवेन्द्र यादव के साथ हैं। ध्यान रहे कि उनके साथ कोई अप्रत्याशित घटना न हो। भाजपा सरकार षड़यंत्र के तहत कार्रवाई कर रही है। कल प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज उनके निवास में गये थे जहां देवेन्द्र यादव को पूछताछ करने के लिये पुलिस आई थी। फिर पुलिस यादव को गिरफ्तार करके ले गई। भाजपा की सरकार कांग्रेस नेताओं को परेशान कर रही है। यादव को बिना किसी साक्ष्य के गिरफ्तार किया गया है। विपक्ष चुप बैठने वाला नहीं है। 20 तारीख को कांग्रेस विधायक दल की बैठक होगी जिसमें 21 तारीख को होने वाले आंदोलन की रणनीति बनाई जायेगी।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि देश में पहली बार ऐसा हुआ कि कलेक्टर एवं एसपी आफिस जला दिए जाते हैं। 10 जून की घटना को लेकर पूरे 67 दिन बाद देवेन्द्र यादव की गिरफ्तारी हुई है। धाराएं इतनी हैं कि जांच अधिकारी जितना लिख सकता था उतना लिखा। भाजपा ने सामाजिक सौहार्द्र बिगाड़ने का काम किया। भाजपा अपनी नाकामी को छुपाने के लिये ऐसी कार्यवाही कर रही है। पुलिस जो धारा लगाई है उस पर साक्ष्य दिखाना चाहिये। षड़यंत्रपूर्वक देवेन्द्र यादव के ऊपर 20 धाराएं लगाई गई हैं। यह सरकार की हताशा को बताता है। पुलिस को चेताना चाहूंगा कि सरकार तो आती जाती रहती है, ऐसा कोई काम न करे कि वो नजरें न मिला सके। पुलिस यादव से पूछताछ कर रही थी फिर उन्हें गिरफ्तार करके ले आई। यह सब मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के संरक्षण में हुआ है। इस मामले में 20 अगस्त को विधायक दल की बैठक बुलाकर 21 अगस्त को सभी जिलों में धरना प्रदर्शन किया जायेगा।