मिसाल न्यूज़
रायपुर। कुछ ही बरसों पहले आबाद हुए कमल विहार (कौशल्या विहार) में अवैध कब्जों की बाढ़ आ गई थी। जिला प्रशासन, नगर निगम प्रशासन, पुलिस एवं रायपुर विकास प्राधिकरण की संयुक्त टीम ने आज सूरज निकलने से पहले तूफानी कार्यवाही करते हुए लगभग 26 एकड़ सरकारी जमीन पर हुए अवैध निर्माणों को तोड़ गिराया। यहां पर सरकारी जमीन अवैध रूप से प्लाटिंग कर बेच दी गई थी। खाली कराई जमीन की कीमत लगभग 26 करोड़ बताई जा रही है।
कलेक्टर गौरव सिंह के आदेश पर संयुक्त टीमों ने 16-17 मई की दरम्यानी रात 3 बजे ही अवैध कब्जों को उखाड़ फेंकने की तैयारी कर ली थी। सुबह करीब 4 बजे संयुक्त टीमें कमल विहार पहुंचीं और अवैध कब्जों को तोड़ गिराने की कार्यवाही शुरु हो गई। नगर निगम कमिश्नर विश्वदीप व्दारा अवैध कब्जों को हटाने के लिए तैयार किए गए प्लॉन के तहत एसडीएम नन्द कुमार चौबे, रायपुर विकास प्राधिकरण की अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुश्री सिम्मी नाहिद, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला के नेतृत्व में संयुक्त टीमें अंधेरा छंटने से पहले कमल विहार पहुंचीं। नगर निगम अपर कमिश्नर पंकज के. शर्मा, नगर निवेशक आभाष मिश्रा,जोन 10 कमिश्नर विवेकानंद दुबे, कार्यपालन अभियंता दिनेश सिन्हा, आशुतोष सिंह, उप अभियंता अमित सरकार की मौजूदगी में नगर निगम की सभी दस जोनों की टीमों ने लगभग 26 एकड़ शासकीय भूमि में प्लॉटिंग कर बेचे गए भूखण्ड पर हुए अवैध निर्माण को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया।