मिसाल न्यूज़
रायपुर। विधानसभा में आज जल जीवन मिशन को लेकर विपक्ष ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरू रूद्र कुमार को घेरा। भाजपा विधायकों ने आरोप लगाया कि इस योजना पर पिछले तीन सालों में राज्यांश का पूरा पैसा नहीं दिया गया। यही कारण है कि योजना अपूर्ण है। मंत्री की तरफ से संतोषजनक जवाब नहीं आने पर सारे भाजपा विधायकों ने वाक आउट किया।
भाजपा विधायक रंजना डिपेन्द्र साहू ने जल जीवन मिशन में घरेलू नल कनेक्शन का लक्ष्य पूरा नहीं होने का मामला उठाया। भाजपा सदस्य अजय चंद्राकर ने आरोप लगाया कि जल जीवन मिशन योजना में ठेकेदारों को उनके काम के एवज में पांच-पांच महीने भुगतान नहीं हो पा रहा है। यही कारण है कि योजना अटकी पड़ी है। जवाब में मंत्री रूद्र गुरू ने कहा कि लंबे समय तक कोरोना का प्रकोप रहने के कारण योजना में विलंब हुआ। विलंब के पीछे एक बड़ा कारण केन्द्र से देर से राशि आना भी है। 25 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। बाकी काम भी जल्द पूरा हो जाएगा। अजय चंद्राकर ने कहा कि राज्य सरकार लगातार दावा कर रही है कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में खूब काम हो रहे हैं। फिर वहां ये काम कहीं नज़र क्यों नहीं आ रहे। रूद्र गुरू ने कहा कि नक्सलियों का प्रभाव कम हुआ है, लेकिन वे पूरी तरह खत्म नहीं हुए हैं। यही कारण है वहां ठेकेदार काम करने से पीछे हटते हैं। भाजपा सदस्य रजनीश सिंह ने कहा कि मंत्री व्दारा केन्द्र पर दोष तो मढ़ दिया गया लेकिन वह यह भी बताएं कि बलरामपुर, सूरजपुर एवं दंतेवाड़ा जैसे क्षेत्रों में इस योजना को लेकर शिकायतें आई हैं उसका क्या हुआ। रूद्र गुरू ने कहा कि जिस किसी अफसर के खिलाफ शिकायत मिली उसे अन्य जगह पर अटैच कर दिया गया। साथ ही विभागीय जांच भी चल रही है।
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि केन्द्र की योजनाओं का लाभ प्रदेश की जनता को नहीं मिले ऐसी साजिश रची जा रही है। घर-घर पानी पहुंचाने की योजना है। इस बार की भीषण गर्मी में कितने ही स्थानों पर जनता पानी के लिए तरसती रही। इस योजना के पैसे की बंदरबांट होने लगी, जिस पर मुख्यमंत्री को हस्तक्षेप करना पड़ा। भाजपा सदस्य बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि इस पूरे मामले की सदन की कमेटी बनाकर जांच कराई जानी चाहिए। इस मुद्दे पर विपक्ष ने सरकार पर और भी कई आरोप लगाए। मंत्री की तरफ से संतोषजनक जवाब नहीं आने पर सारे भाजपा विधायक नारेबाजी करते हुए सदन से वाक आउट कर गए।