“जब 0 से 3 साल आयु तक के बच्चों का ही पोषण नहीं हो पा रहा तो कहां का सुशासन…”, कांग्रेस विधायकों का सदन से वाक आउट…

मिसाल न्यूज

रायपुर। विधानसभा में आज विपक्षी कांग्रेस विधायकों ने आरोप लगाया कि कांग्रेस शासनकाल के समय में गर्भवती महिलाओं तथा 0 से 3 वर्ष के बच्चों को गरम भोजन देने की जो योजना थी उसे बंद कर दिया गया है। नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि जब 0 से 3 साल आयु तक के बच्चों का ही पोषण नहीं हो पा रहा तो कहां का सुशासन रहा। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत कांग्रेस विधायक व्दय श्रीमती अनिला भेड़िया एवं श्रीमती संगीता सिन्हा ने भी इस मुद्दे पर महिला बाल विकास मंत्री को घेरा। मंत्री की ओर से संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर विरोध में सारे कांग्रेस विधायक नारेबाजी करते हुए सदन से वाक आउट कर गए।

प्रश्नकाल में कांग्रेस विधायक श्रीमती अनिला भेड़िया का सवाल था क्या पूर्व शासनकाल में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, महतारी जतन योजना के तहत गर्भवती महिलाओं के पोषण स्तर में सुधार लाने हेतु आंगनबाड़ी में गर्भवती महिलाओं को गरम भोजन दिया जा रहा था? क्या उनकी नियमित स्वास्थ्य जांच एवं टीकाकरण किया जा रहा था? क्या उक्त योजना बंद कर दी गई है? महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े की तरफ से जवाब आया कि गर्भवती माताओं की नियमित स्वास्थ्य जांच एवं टीकाकरण कराया जा रहा है। हितग्राहियों की साम्यता को दृष्टिगत रखते हुये महतारी जतन योजना को छत्तीसगढ़ शासन, महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा मुख्यमंत्री सुपोषण योजना में समाहित किया गया था। योजना बंद नहीं की गई है। गाइड लाइन के अनुसार इसके लिए मद निर्धारित होती है। जहां डिमांड होती है वहां गर्भवती महिलाओं को भोजन देते हैं। चार जिलों में यह चल रहा है। चाहें तो अधिकारियों से जानकारी ले सकते हैं। श्रीमती भेड़िया ने कहा कि यहां 90 विधानसभा के विधायक बैठे हैं। कहीं यह योजना नहीं चल रही है। हमारी सरकार थी तो इस योजना के लिए 160 करोड़ का प्रावधान बजट में रखा था। आप लोगों ने इसे घटाकर 25 करोड़ कर दिया। हमारे समय में गर्भवती महिलाओं के मृत्यु दर में भी कमी आई थी। गर्भवती महिलाओं के साथ-साथ 0 से 3 वर्ष के बच्चों के लिए भी गरम भोजन वाली योजना चालू करें। नहीं तो प्रदेश फिर से कुपोषण की तरफ चला जाएगा। लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि आप कहती हैं कि कुपोषण में वृद्धि हो जाएगी। वास्तविकता यह है कि पिछले छह माह में कुपोषित दर 12 प्रतिशत घटी है। आने वाले समय में जैसी डिमांड आएगी इस योजना पर काम करते चले जाएंगे। श्रीमती भेड़िया ने कहा कि आप की सरकार बनने के बाद न तो रेडी टू इट पर सर्वे हुआ है और न ही  वजन त्यौहार हो रहा है। आपको नई-नई जानकारियां कहां से मिल जाती है। हमारी सरकार के समय में जरूर कुपोषण दर में 17 से 18 प्रतिशत तक की कमी आई थी।

नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि जब 0 से 3 साल आयु तक के बच्चों का ही पोषण नहीं हो पा रहा तो कहां का सुशासन रहा। कांग्रेस विधायक श्रीमती संगीता सिन्हा ने कहा कि मंत्री को ओर से जवाब आ रहा है कि योजना बंद नहीं हुई। मेरे विधानसभा क्षेत्र में अप्रैल से अब तक सुपोषण योजना का भोजन नहीं दिया जा रहा है। गर्भवती महिला की ओर से आवेदन दिए जाने पर डिलवरी के छह माह तक भोजन दिया जाता है। आंगनबाड़ी में जाने वाले बच्चों को भी भोजन नहीं मिल रहा। योजना को वापस कब से शुरु करेंगे? मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि योजना बंद नहीं हुई है। शासन की गाइड लाइन के हिसाब से इस पर काम हो रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि मंत्री कह रही हैं कि चाहें तो अधिकारियों से जानकारी ले लें। सदन चल रहा है। हम तो मंत्री से ही बात करेंगे। बच्चों व महिलाओं से जुड़ी योजना पर संतोषपूर्ण जवाब नहीं आ रहा है। इसके विरोध में हम बहिर्गमन करते हैं। इसके साथ ही सारे कांग्रेस विधायक नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर चले गए।

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