रायपुर। न्यूरोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया एवं फेडरेशन ऑफ स्किल डेवेलपमेंट आर्गेनाईजेशन की ओर से कांगेर वैली एकेडमी आमानाका में यातायात जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में डॉक्टर एस. एन. मढ़रिया ब्रेन एवं स्पाइन सर्जन रायपुर छत्तीसगढ़ ने उपस्थित छात्र-छात्राओं एवं शिक्षक गणों को बताया कि आजकल के समय में किये जाने वाले बाइक स्टंट, उपलब्धि पाने की लालसा में लापरवाही से लिए गए सेल्फी, एडवेंचर स्पोर्ट्स का एडवेंचर से बच्चे बहुत प्रभावित होते हैं। जबकि इन लापरवाही से होने वाले नुकसान के विषय में उन्हें जानकारी नही होती।
उन्होंने बताया कि ऐसे किसी खेल या फिर लापरवाही से किये गए अन्य कृत्य से होने वाली घटना के गंभीर परिणाम होते हैं। इसी तरह वाहन चालन के दौरान सड़क दुर्घटना होने पर वाहन चालक एवं अन्य राहगीरों के सिर पर चोट एवं स्पाइन इंजुरी के सबसे अधिक मामले देखने को मिलते हैं और यह सबसे खतरनाक होता है। इन चोटों से उन्हें बचाना बहुत मुश्किल होता है। डॉ मढरिया ने सीरत बेल्ट ना लगाने की वजह से हाल में हुए एक एक्सीडेंट का उदाहरण देकर बच्चों को दुर्घटना के परिणाम के विषय में बताया। उन्होंने कहा कि इससे बहुत अधिक मात्रा में जनधन की हानि संभावित होती है। जान बच जाने के बाद भी ऐसे रोड एक्सीडेंट में घायल व्यक्तियों को आगे अपनी जिंदगी में बहुत सारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। सभी वाहन चालकों को यातायात नियमों का पालन जरूर करना चाहिये। कार्यक्रम में उप पुलिस अधीक्षक यातायात रायपुर सतीश ठाकुर द्वारा उपस्थित छात्र-छात्राओं को यातायात के सिग्नल, संकेतक बोर्ड , रोड मार्किंग एवं यातायात नियमों से अवगत कराया गया। उन्होंने कहा कि आप सभी बच्चे देश के भविष्य हैं। बिना ड्राइविंग लाइसेंस के वाहन कदापि ना चलाएं। इन सबसे बहुत बड़ी नुकसान संभावित है। एक निश्चित उम्र पार करने के पश्चात ड्राइविंग स्कूल से ड्राइविंग प्रशिक्षण प्राप्त करें। इसके बाद ड्राइविंग लाइसेंस बनाएं। यातायात नियमों की जानकारी लें। उसके बाद ही वाहन चलाएं।
कार्यक्रम में यातायात प्रशिक्षक टी.के. भोई द्वारा सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्तियों के मदद करने हेतु भारत सरकार के भूतल परिवहन मंत्रालय द्वारा जारी गाइडलाइन गुड सेमेरिटन (अच्छा मददगार) के संबंध में जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि यदि किसी सड़क दुर्घटना में कोई व्यक्ति घायल या मृत अवस्था में पड़ा है तो उसकी जानकारी तत्काल पुलिस को दें। इसमें पुलिस द्वारा उस सूचना देने वाले व्यक्ति को अपनी जानकारी देने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा। सड़क दुर्घटना में किसी घायल को कोई नजदीकी अस्पताल ले जाया जाता है तो वहां के डॉक्टर द्वारा उस घायल व्यक्ति का इलाज तत्काल प्रारंभ किया जाएगा। डॉक्टर आपको यह नहीं कहेगा कि यह रोड एक्सीडेंट है पहले पुलिस के पास जाओ।
कार्यक्रम में कांगेर वैली अकैडमी के प्राचार्य, शिक्षक गण, यातायात रायपुर से आरक्षक सहदेव वर्मा, हरीश साहू एवं लगभग 200 छात्र छात्राएं उपस्थित थे।