महाधिवेशन में मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा- विधानसभा और उसके बाद लोकसभा चुनाव बड़ी चुनौती है और बड़ा अवसर भी

मिसाल न्यूज़

रायपुर। नया रायपुर में आयोजित कांग्रेस के महाधिवेशन में अपनी पार्टी के लोगों को संबोधित करते हुए कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा से देश भर में जिस ऊर्जा भरी और महंगाई, बेरोजगारी और आर्थिक मुद्दों पर जिस तरह जागरूकता फैलायी, उस जोश को हमें बनाए रखना है। छत्तीसगढ़ के इतिहास में कांग्रेस का यह महाधिवेशन आधा दर्जन राज्यों के विधान सभा चुनावों और उसके बाद 2024 के आम चुनावों की पृष्ठभूमि में हो रहा है। हमारे सामने ये एक बड़ी चुनौती है और एक बड़ा अवसर भी है।

मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि शहीद वीर नारायण सिंह नगर, नया रायपुर में कांग्रेस के 85वें महाधिवेशन के मौके पर आयोजित कांग्रेस स्टीयरिंग कमिटी की बैठक में आप सभी मित्रों का मैं बहुत स्वागत करता हूं। 1885 से अब तक कांग्रेस के 138 साल के इतिहास में 84 अधिवेशन हो चुके हैं। लेकिन ये अधिवेशन इस लिहाज से खास है कि आज से करीब 100 साल पहले 1924 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधीजी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गए थे। यह महाधिवेशन मेरे गृह राज्य कर्नाटक में बेलगांव में हुआ था। हालांकि गांधीजी एक बार ही कांग्रेस के अध्यक्ष रहे। लेकिन उन्होंने छोटी सी अवधि में कांग्रेस को गरीबों, कमजोर तबकों, गांव देहात और नौजवानों से जोड़ कर एक आंदोलन बना दिया था। सौ साल बाद फिर से उसी संकल्प और भाव की जरूरत है। ये उनके प्रति हमारी सबसे बड़ी श्रद्धांजलि होगी। कांग्रेस के हर महाधिवेशन में कुछ अहम् फैसले हुए हैं, जिससे हमारा संगठन आगे बढ़ा। कुछ अधिवेशन मील के पत्थर बने। वहां होने वाले फैसले आज भी इतिहास में याद किए जाते हैं। फैजपुर, बांकीपुर, हरिपुरा से लेकर तमाम जगहें लोगों को केवल इस नाते याद हैं क्योंकि वहां कांग्रेस का अधिवेशन हुआ था। हमारे सामने ये मौका है कि नया रायपुर को भी हम इतिहास में इस तरह दर्ज करा दें कि आने वाले समय में यह हमें रास्ता दिखाता रहे। यहां से हमारा सार्थक संदेश करोड़ों साथियों तक एक नई ऊर्जा के साथ पहुंचेगा तो वो कार्यकर्ता उसे गांव-गांव उसे पहुंचा कर जनता का विश्वास हासिल करने में कामयाब होंगे। हम जो फैसले लेंगे वो कन्याकुमारी से कश्मीर तक हमारी पार्टी के भविष्य का एक मजबूत आधार बनेंगे। आप सभी साथियों से मेरा अनुरोध है कि आप खुल कर और व्यवहारिक पक्ष को ध्यान में रख कर अपनी बातें रखें। वो बातें रखें जो जनता के मुद्दों से सीधे जुड़ी हों। और जिससे जमीनी स्तर पर जुड़े हमारे साथियों में ठोस संदेश और संकेत जाये।

खड़गे ने कहा कि हमें सामूहिक तौर पर यहां बहुत से फैसले लेने हैं, जिन पर हमारी पार्टी और हम सबका भविष्य जुड़ा हुआ है। हमारा महाधिवेशन ऐसे दौर में हो रहा है, जब इस देश के सामने कई गंभीर चुनौतियां खड़ी हैं। लोकतंत्र और संविधान पर खतरा मंडरा रहा है। संसदीय संस्थाएं भी गंभीर संकट से जूझ रही हैं। राजनीतिक गतिविधियों पर भी पहरेदारी हो रही है। इस नाते हमें बहुत सोच विचार कर तथ्यों के साथ अपने विचारों को आगे बढ़ानाा है क्योंकि इस महाधिवेशन पर पूरे देश की निगाहें लगी हुई हैं। आप सभी मित्र ये जानते ही हैं  कि हमारी कांग्रेस पार्टी के संविधान में यह प्रावधान है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के बाद पार्टी की कार्यसमिति, स्टीयरिंग कमिटी के रूप में तब्दील हो जाती है। हमारी अगली बैठक होगी तब तक नयी कांग्रेस कार्यसमिति’ (CWC) के गठन की प्रक्रिया को हम पूरा कर चुकेंगे। कई दशकों से कांग्रेस की ये परंपरा चली आ रही है, जिसका हम अच्छी तरह पालन कर रहें हैं। यही कार्यप्रणाली हमारी सबसे बड़ी शक्ति है। आज की इस अहम बैठक के एंजेंडे में मुख्यतया 4 बातें शामिल हैं- पहला विषय CWC का चुनाव है। अध्यक्ष के रूप में, मैं आपसे केवल ये कहना चाहता हूँ कि आप सब खुल कर अपनी बात रखिए और सामूहिक तौर पर फैसला लीजिए। आप सबकी जो राय बनेगी, वो मेरी और सबकी राय होगी। हमारा दूसरा विषय है कि 85वें महाधिवेशन का एजेंडा तय करना। तीसरा विषय कांग्रेस पार्टी के संविधान में संशोधन करना। इसके लिये श्रीमती अंबिका सोनीजी के नेतृत्व वाली कमेटी आपके समक्ष जरूरी संशोधन संबंधी सुझाव आपके समक्ष रखेंगी। आपको इस विषय पर भी गंभीरता से विचार कर फैसला लेना है। आख़िरी और सबसे महत्वपूर्ण एजेंडा हमारे प्रस्तावों से संबंधित है। इस महाधिवेशन में 6 विषय विचार विमर्श के लिए तय हुए हैं। ये विषय राजनैतिक, आर्थिक, अंतरराष्ट्रीय मुद्दे, किसान और खेत मज़दूर, सामाजिक न्याय और युवाओं का उत्थान हैं। आपमें से अधिकतर साथियों के पास जमीनी अनुभव भी है और प्रशासनिक भी। इस नाते सारे पक्षों की व्यापक समझ है और ये सभी काम बहुत अच्छे तरीके से होंगे मैं ऐसा भरोसा करता हूं। मुझे विश्वास है कि आप सभी की सक्रिय और रचनात्मक भागीदारी से ये महाधिवेशन देश में बदलाव का प्रेरक होगाऔर कांग्रेस  इतिहास में याद रखा जाएगा।

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