मिसाल न्यूज़
रायपुर। जिला खनिज न्यास संस्थान की पहल पर “कौशल उन्नयन कार्यक्रम“ के तहत संचालित टैटू प्रशिक्षण सत्र के तीसरे दिन नगर निगम कमिश्नर व रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के प्रबंध संचालक मयंक चतुर्वेदी प्रशिक्षु टैटू कलाकारों से मिले और प्रशिक्षण की उपयोगिता के संबंध में विस्तार से चर्चा की। परंपरागत टैटू व्यवसाय से जुड़े इन कलाकारों की प्रतिभा को नागरिकों तक पहुंचाने कला कौशल केन्द्र की रूपरेखा तैयार करने के साथ ही टैटू कॉर्निवाल जैसे बड़े आयोजन रायपुर में किए जाने हेतु निर्देशित किया है।
स्थानीय आनंद समाज वाचनालय सभाकक्ष में विगत 25 मई से आयोजित हो रहे कौशल उन्नयन प्रशिक्षण सत्र में टैटू मास्टर शैली इस विधा से जुड़ी बारीकियों से प्रशिक्षु कलाकारों को अवगत करा रहे है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में ऐसे टैटू कलाकारों को प्राथमिकता के तौर पर सम्मिलित किया गया है, जो इस परंपरागत व्यवसाय से जुड़कर अपनी आजीविका संचालित कर रहे हैं। प्रशिक्षण हेतु तृतीय लिंग समुदाय सहित महिला व पुरुष टैटू कलाकार शामिल हो रहे हैं। प्रशिक्षण सत्र का आयोजन 8 जून तक होगा, जिसमें कला की बारीकियों के साथ ही अपने ग्राहकों से सद्व्यवहार, स्वास्थ्य व स्वच्छता संबंधी जरूरी उपायों के साथ ही टैटू बाजार में स्वयं को स्थापित करने की कला इन कलाकारों को सिखाई जा रही है। प्रशिक्षण पूर्ण करने वाले प्रशिक्षु टैटू कलाकारों की पूरी जानकारी मोर रायपुर एप्प में दर्ज होगी, जहां से कोई भी नागरिक अपने पारिवारिक, सामाजिक, सांस्कृतिक या अन्य आयोजनों में इन्हें आमंत्रित कर इनकी सेवाओं का लाभ प्राप्त कर सकेंगे।
निगम कमिश्नर मयंक चतुर्वेदी ने इन कलाकारों से बात की, जिसमें प्रशिक्षुओं ने प्रशिक्षण के पूर्व आने वाली मुश्किलों व अब इन मुश्किलों को आसानी से दूर कर सकने में अपनी सक्षमता से उनमें आ रहे आत्मविश्वास की जानकारी दी। महादेव घाट में इस पुश्तैनी कला से जुड़े कलाकारों से भी उन्होंने व्यवहारिक समस्याओं की जानकारी ली। प्रशिक्षुओं से चर्चा के दौरान चतुर्वेदी ने कहा कि प्रशिक्षण प्राप्त कलाकारों को उनकी मेहनत का पूरा पारिश्रमिक मिले, इस लक्ष्य के साथ प्रशिक्षण की योजना तैयार की गई है। प्रशिक्षण उपरांत सभी कलाकारों को उचित मंच मिले एवं प्रशिक्षण पूरा कर सभी अपनी आजीविका को सम्मान जनक ढंग से आगे बढ़ा सके, इस हेतु हर स्तर पर उन्हें सहायता दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि कलाकारों को अपने व्यवसाय के विस्तार हेतु उचित माध्यम मिले, इसके लिए कला कौशल केन्द्र चिन्हित किए जाएंगे, जहां सुविधाओं के साथ कलाकार अपनी आजीविका संचालित कर सकें। इन कलाकारों को प्रशिक्षण उपरांत पहचान पत्र, प्रमाण पत्र व टैटू किट भी दिए जाएंगे। चतुर्वेदी ने इन कलाकारों का आधार कार्ड, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड, वेंडर कार्ड जैसे जरूरी दस्तावेज भी तैयार कराने के निर्देश दिए है, जिससे कि शासन की हर योजना का लाभ इन्हें प्राप्त हो सके। प्रशिक्षण सत्र में 39 प्रशिक्षु कलाकार सम्मिलित थे। प्रशिक्षण सत्र का आयोजन कलाकारों की सुविधा के अनुरूप प्रातः 8 बजे से 11 बजे तक किया जा रहा है।