मिसाल न्यूज़
रायपुर। वन मंत्री एवं छत्तीसगढ़ सरकार के प्रवक्ता मोहम्मद अकबर ने आरोप लगाया कि डॉ. रमन सिंह जब मुख्यमंत्री थे उन्होंने भी प्रदेश में शराब बंदी का ऐलान किया था जिसे वे पूरा नहीं कर पाए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से लेकर भाजपा के अन्य नेता गलत तस्वीर पेश कर रहे हैं कि कांग्रेस नेताओं ने गंगा जल हाथ में लेकर कभी शराब बंदी का वादा किया था। सच्चाई यह है कि गंगा जल हाथ में लेकर शराब बंदी नहीं बल्कि किसानों की कर्ज़ माफी का वादा किया था।
आज अपने निवास में प्रेस वार्ता लेते हुए मोहम्मद अकबर ने कहा कि डॉ. रमन सिंह जब मुख्यमंत्री थे बार-बार प्रदेश में शराब बंदी की बात किया करते थे। जब वे अन्य राज्यों के दौरे पर थे वहां भी शराब बंदी की बात कही थी। यह बात सांसद विजय बघेल को भी मालूम होना चाहिए जो कि भाजपा का घोषणा पत्र तैयार करने जा रहे हैं। मोहम्मद अकबर ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार शराब बंदी को लेकर जब समिति बना रही थी उसका सदस्य बनाने भाजपा से भी एक नाम मांगा गया था, जो कि नहीं मिला। वरिष्ठ नेता और कांग्रेस विधायक उस समिति केे अध्यक्ष हैं। यह समिति बिहार समेत अन्य उन राज्यों का दौरा कर चुकी है जहां शराब बंदी है। निष्कर्ष यही निकलता दिख रहा है कि एक झटके में शराब बंदी की घोषणा नहीं की जा सकती। ऐसा हुआ तो इसके दुष्परिणाम ही सामने आएंगे। कोरोना काल उदाहरण है जब छत्तीसगढ़ में ही शराब नहीं मिलने पर सेनेटाइजर पीकर लोगों नेे अपनी जान के साथ खिलवाड़ किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शराब ही नहीं बल्कि गुटखा एवं सिगरेट जैसे नशे को लेकर भी चिंंतित हैं और वे कहते रहे हैं कि जन जागरण के माध्यम से ही इस पर रोक लगाई जा सकती है। जन जागरण के लिए छत्तीसगढ़ में 2 हजार 626 भारत माता वाहिनी का गठन किया गया है।