विभाजन की त्रासदी पर शिव ग्वालानी की किताब का विमोचन करेंगे जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री डा. फारुख अब्दुल्ला

रायपुर। छत्तीसगढ़ के लेखक शिव ग्वालानी ने  मास्टर आफ ऐवरीथिंग WD किताब लिखी है, जिसका विमोचन कांस्टीट्यूशन क्लब आफ ईंडिया नई दिल्ली में 11 अक्टूबर को जम्मू कश्मीर के तीन बार मुख्यमंत्री रहे डा. फारुख अब्दुल्ला करेंगे। नई दिल्ली में आज फारुख अब्दुल्ला का स्वागत शिव ग्वालानी ने छत्तीसगढ़ का गमछा पहना कर किया।

डा. फारुख अब्दुल्ला ने छतीसगढ़ की सरजमीं का शुक्रिया अदा करते हुये कहा कि वहां से हिन्दू मुस्लिम एकता की कहानी सामने आयी है, जबकि अन्य दूसरे स्थानों पर नफरत का वातावरण चल रहा है। डा.फारुख अब्दुल्ला छत्तीसगढ़ी गमछा पहनकर संसद भवन गये। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसद से विदाई अभिवादन भी छतीसगढ़ी गमछा पहने हुए स्वीकार किया।

लेखक शिव ग्वालानी ने बताया कि उनकी किताब भारत के विभाजन की त्रासदी को बताती है कि कैसे हिंदू सिंधी परिवार सब कुछ छोड़कर अपनी सरजमीं, मातृ भूमि से घर से बेघर हो गये थे। डा. फारुख अब्दुल्ला ने कहा कि असल भारत हिन्दू और मुस्लिम से मिलकर बना था। अंग्रेजों ने भेदभाव करके भारत के दो टुकड़े कर दिये। अंग्रेजों ने विभाजन केवल देश का नहीं, दिलों का भी कर दिया। डा. फारुख अब्दुल्ला ने कहा कि असल भारत वह है जिसके लिए वे पिछले साल दिसम्बर में छत्तीसगढ़ गये थे। उन्होंने लेखक शिव ग्वालानी की तारीफ करते हुये कहा कि ये अपनी किताब में सच्ची कहानियों को लिखते हैं। इन्होंने कश्मीरी संस्कृति को लिखा है। अब ये विभाजन की त्रासदी पर सच्चे घटनाक्रम को लिख कर लाये हैं, न कि फिल्मी घटनाक्रम को ,जो आजकल चल रहा है।

ग्वालानी ने दिल्ली में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को भी दूसरी किताब के विमोचन कार्यक्रम में शामिल होने का आमंत्रण पत्र दिया। विमोचन समारोह में सुप्रीम कोर्ट के एडीशनल सालीसिटर जनरल रहे एडवोकेट और राज्य सभा सांसद विवेक तंखा भी शिरकत करेंगे।

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