कोयला व शराब के बाद अब 175 करोड़ का कस्टम मिलिंग घोटाला- अरुण साव

मिसाल न्यूज़

रायपुर। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद अरुण साव ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ में कोयला एवं शराब घोटाले के बाद एक और 175 करोड़ का कस्टम मिलिंग घोटाला सामने आया है। ईडी व्दारा की गई जांच में मार्कफेड के अफसरों के गिरोह की संलग्नता पाई गई है। राज्य सरकार ने लगातार उनका एक्सटेंशन किया है वो बने रहे इसके लिए कई आदेश निकाले है इससे यह बात पुख्ता होती है की सरकार ने कितने योजनाबद्ध तरीके से षडयंत्र पूर्वक भ्रष्टाचार किया है।

एकात्म परिसर में आज पत्रकार वार्ता में अरुण साव ने कहा कि ईडी जांच में पाया गया है कि खरीफ वर्ष 2021-22 तक सरकार द्वारा धान का प्रति क्विंटल 40 रुपये भुगतान किया गया। धान की कस्टम मिलिंग के लिए दी जाने वाली रकम सरकार ने तीन गुना बढ़ा दी। 120 रुपये प्रति क्विंटल धान का भुगतान दो किश्तों में किया गया। अफसरों ने आधी रकम मार्कफेड एमडी के साथ मिलकर वसूल ली। घोटाले की शर्तों के तहत नकद राशि का भुगतान करने वालों का विवरण जिला विपणन अधिकारी को भेजा गया। उनके माध्यम से ब्यौरा मार्कफेड एमडी तक पहुंचा। एमडी द्वारा केवल उन्हीं के बिलों को भुगतान के लिए मंजूरी दी गई, जिन्होंने नकद राशि का भुगतान किया। विशेष भत्ता 40 रुपये से बढ़ाकर 120 रुपये क्विंटल करने के बाद प्रदेश में 500 करोड़ रुपये के भुगतान जारी किए गए, जिसमें से 175 करोड़ रुपये की रिश्वत वसूली गई। ईडी ने तलाशी में विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज, डिजिटल उपकरण और 1 करोड़ की बेहिसाब नकद राशि जब्त की है। इससे पहले 1300 करोड़ का गोठान घोटाला, 540 करोड़ का कोयला परिवहन घोटाला, रेत घोटाला, परीक्षा घोटाला, भर्ती घोटाला एवं तबादला घोटाला सामने आ चुका है। घोटाले में जिन लोगों की संलग्नता है वे बख्शे नहीं जाएंगे।

सैलजा गौर करें, कांग्रेस का 

असली चेहरा बेनकाब हो चुका 

अरुण साव ने कहा कि कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा ने भाजपा पर  साम्प्रदायिकता फैलाने का आरोप लगाया है। तुष्टिकरण की राजनीति में आखिर कांग्रेस कितने नीचे उतरेगी? जिस तरह कांग्रेस की पहचान भ्रष्टाचार से है उसी तरह तुष्टिकरण भी कांग्रेस की पहचान है। बिरनपुर में भुनेश्वर साहू को मौत के घाट उतार दिया गया। खुर्सीपार में गदर फ़िल्म का डायलॉग बोल देने पर मलकीत सिंह को मार डाला गया। यह घटना मुख्यमंत्री और गृह मंत्री के जिले में हुई। कवर्धा में बहुसंख्यक वर्ग की आस्था पर आक्रमण किया गया और विरोध करने पर जेल में ठूंस दिया गया। नारायणपुर में आदिवासी आस्था की रक्षा करने वालों को जेल में डाला गया। सैलजा जी को इन उदाहरणों पर गौर कर लेना चाहिए। दरअसल छत्तीसगढ़ में कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है। कांग्रेस का साम्प्रदायिक चेहरा बार बार बेनकाब हुआ है।

पत्रकार वार्ता में प्रदेश प्रवक्ता केदार गुप्ता, प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी एवं प्रदेश प्रवक्ता मुकेश शर्मा मौजूद थे।

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