मिसाल न्यूज़
रायपुर। 3 साल गुजर जाने के बाद भी रायपुर-केन्द्री एक्प्रेस वे का काम पूर्ण नहीं होने का मामला आज विधानसभा में गूंजा। भाजपा विधायक शिवरतन शर्मा के प्रश्नों का जवाब देते हुए लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि आप ही की सरकार चुनाव से पहले जल्दबाजी में इसका उद्घाटन कराना चाह रही थी, जिससे सब सत्यनाश हो गया।
प्रश्नकाल में भाजपा विधायक शिवरतन शर्मा का सवाल था कि रायपुर-केन्द्री एक्सप्रेस वे की निर्माणकर्ता एजेन्सी कौन थी? उक्त सड़क निर्माण कार्य में पाई गई अनियमितता के लिए किन अफसरों को निलंबित किया गया? उक्त निर्माण लोक निर्माण विभाग के अंतर्गत किस कार्पोरेशन व्दारा कराया गया था? अनियमितता के दोषी अधिकारी क्या उक्त कार्यालय के मूल कर्मचारी थे या उन्हें प्रतिनियुक्ति पर दिया गया था? लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू की ओर से जवाब आया कि एक्सप्रेस वे निर्माणकर्ता एजेन्सी मेसर्स आयरन टैंगल लिमिटेड अहमदाबाद है। उक्त निर्माण छत्तीसगढ़ सड़क एवं अधोसंरचना विकास निगम लिमिटेड रायपुर के माध्यम से कराया गया। अनियमितता पाए जाने पर छह अफसरों को निलंबित किया गया था, जिनमें से 2 को बहाल कर दिया गया है। ये सभी अफसर प्रतिनियुक्ति पर काम कर रहे थे। निलंबन की कार्रवाई उनके मूल विभाग व्दारा की गई। शिवरतन शर्मा ने कहा कि न तो अब तक सड़क का काम पूरा हुआ और न ही ठेकेदार को निलंबित कर पाए। ताम्रध्वज साहू ने पलटकर कहा कि आप लोगों को चुनाव से पहले उद्घाटन कराने की जल्दबाजी थी। उसी से सब सत्यनाश हो गया। सबसे बड़ी कार्रवाई ठेकेदार पर ही हुई है। वह नये सिरे से सड़क बना रहा है। शिवरतन शर्मा ने कहा कि सरकार की ओर से केवल बड़ी बड़ी घोषणाएं हो रही हैं। 600 करोड़ की यह सड़क बन रही है। 3 साल में इस सड़क को लेकर आपने क्या किया जनता यह जानना चाह रही है। दो अफसरों पर ऐसी क्या खास कृपा हो गई कि उन्हें बहाल कर दिया गया। करना ही था पूरे छह अफसरों को बहाल करते। नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया ने कहा कि इस प्रोजेक्ट में भ्रष्ट अफसरों को आप ही की सरकार ने शामिल किया था। शिवरतन शर्मा ने पलटकर कहा कि तो आप उन्हें बचा क्यों रहे हैं।