मिसाल न्यूज़
रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य के पांचवें विधानसभा चुनाव के लिए मतदान का दूसरा एवं अंतिम चरण कल 17 नवम्बर को संपन्न होने जा रहा है। रायपुर जिले के सातों विधानसभा क्षेत्रों में कुल 18 लाख 84 हजार 926 मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। सबसे अधिक रायपुर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में 3 लाख 49 हजार 316 मतदाता है। विधानसभा रायपुर पश्चिम में दो लाख 91 हजार 538 मतदाता, रायपुर नगर दक्षिण में दो लाख 59 हजार 948 मतदाता, धरसीवां विधानसभा में 2 लाख 34 हजार 663, आरंग विधानसभा में 2 लाख 31 हजार 327, अभनपुर विधानसभा में 2 लाख 13 हजार 936 और बलौदाबाजार विधानसभा के रायपुर जिले में शामिल क्षेत्रों में 1 लाख 2 हजार 48 मतदाता कल अपना प्रतिनिधि चुनने वोट डालेंगे। जिले में इस बार 397 सर्विस वोटर, 11 हजार 734 पीडब्ल्यूडी वोटर और 80 साल से अधिक उम्र के 20 हजार 526 वोटर भी मताधिकार का उपयोग करेंगे।
कुल 123 प्रत्याशी आजमाएंगे
किस्मत, रायपुर पश्चिम से सर्वाधिक 26
रायपुर जिले की सातों विधासभाओं में कुल 123 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमाएंगे। सर्वाधिक 26 प्रत्याशी रायपुर पश्चिम विधानसभा में है। धरसीवां एवं रायपुर ग्रामीण विधानसभा में 18-18, रायपुर उत्तर में 14, रायपुर दक्षिण में 23, आरंग में 11 और अभनपुर विधानसभा में 13 प्रत्याशी निर्वाचन मैदान में हैं।
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार विधानसभा निर्वाचन 2023 में इस बार महिला मतदाताओं की विशेष सहायता तथा सहूलियत के लिए संगवारी /आदर्श मतदान केंद्र भी बनाये गये हैं। रायपुर उत्तर विधानसभा क्षेत्र के सभी 201 मतदान केन्द्रों में इस बार महिलायें ही वोटिंग करायेंगी। उत्तर विधानसभा क्षेत्र के अलावा अन्य छह विधानसभा क्षेत्र में 10-10 संगवारी मतदान केंद्र बनाये गये है। यहा पीठासीन अधिकारी से लेकर अन्य मतदान कर्मचारी एवं सुरक्षा महिलाओं के हाथ में होगी। यहां महिला मतदाता आसानी से वोट डाल सकेंगी।
जिले में कुल 1878 मतदान केंद्र बनाये गये है। धरसीवां विधानसभा में 251, रायपुर ग्रामीण में 307, रायपुर पश्चिम में 265, रायपुर उत्तर में 201, रायपुर दक्षिण में 255, रायपुर आरंग में 249, अभनपुर में 240 और बलौदाबाजार विधानसभा में शामिल क्षेत्र में 110 मतदान केन्द्र बनाये गये हैं। दिव्यांग एवं वृद्ध मतदाताओं को कतार में खड़े होने से मिलेगी छूट- विधानसभा निर्वाचन 2023 अंतर्गत सेक्टर अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि सभी मतदान केन्द्रों में व्हीलचेयर, स्टीक, रैम्प की व्यवस्था सुनिश्चित किया जाये। मतदान दिवस में दिव्यांग एंव अधिक उम्र्र के वृद्ध मतदाताओं को कतार में खड़े होने से छूट प्रदान करने के भी निर्देश है।
मतदान सहायता केन्द्र में मिलेगी सहायता- सभी मतदान केन्द्रों में 100 मीटर के भीतर मतदान सहायता केन्द्र बनाये गये हैं। मतदान दिवस को मतदान सहायता केन्द्र में मतदाताओं को आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। यहां संबंधित क्षेत्र का बूथ लेवल अधिकारी (बी.एल.ओ.) सहित अन्य कर्मचारी तैनात होंगे। मतदान सहायता केन्द्र में किसी भी राजनीतिक दल के व्यक्ति की उपस्थिति प्रतिबंधित रहेगा। मतदान सहायता केन्द्र में अतिरिक्त कुर्सियां एवं पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ गर्भवती, शिशुवती, दिव्यांग तथा वरिष्ठजन मतदाताओं केा आवश्यकतानुसार सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश हैं।
सेक्टर अधिकारी, सेक्टर मजिस्ट्रेट के रुप में कार्य करेंगे- कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर भुरे ने चुनाव प्रक्रिया में सेक्टर अधिकारियों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि सेक्टर अधिकारी अपने क्षेत्र में सेक्टर मजिस्ट्रेट के रुप में कार्य करेंगे। मतदान केन्द्रों में आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित कराने के साथ मतदान दिवस में मतदान प्रतिशत की जानकारी उपलब्ध कराना एवं ईव्हीएम, वीवीपेट आदि की पर्याप्त जानकारी रखते हुए अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को आवश्यकतानुसार मार्गदर्शन देने के निर्देंश में भी जारी किए गए है।