मिसाल न्यूज़
सिनेमाघरों में इन दिनों धूम मचा रही छत्तीसगढ़ी फ़िल्म ‘गुईयां’ के निर्देशक मनीष मानिकपुरी इस बड़ी सफलता को लेकर काफ़ी उत्साहित हैं। उनका कहना है- “इस हिट को लेकर मैं ही नहीं पूरी ‘गुईयां’ टीम आशान्वित थी। यू ट्यूब स्टार अमलेश नागेश के खाते में एक और हिट फ़िल्म दर्ज हो गई। एक्ट्रेस हेमा शुक्ला को वह मूकाम मिल गया जिसका उन्हें इंतज़ार था। प्रोड्यूसर मोहित साहू जी को अपने इस प्रोजेक्ट पर पूरा भरोसा था, और वह भरोसा नहीं टूटा। ‘गुईयां’ की सफलता ने हम सब की नई दिशा तय कर दी है।
हाल ही में मनीष मानिकपुरी से ‘गुईयां’ को लेकर ‘मिसाल न्यूज़’ की बातचीत हुई। बातचीत के मुख्य अंश यहां प्रस्तुत हैं-
0 ‘गुईयां’ का मतलब क्या निकलता है और यह किस तरह की फ़िल्म है…
00 साथी, संगिनी, अर्धांगिनी को प्रेम भाव से गुईयां संबोधित किया जाता है। फ़िल्म ‘गुईयां’ में प्रेम तो है साथ में थ्रिलर है। बड़े शहरों में छाया रहने वाला नशा धीरे-धीरे गांव के लोगों को कैसे अपनी गिरफ़्त में लेते चला गया इस विषय को प्रमुखता से ‘गुईयां’ में उठाया गया है। हीरो अमलेश नागेश जो इस फ़िल्म के राइटर भी हैं यह सब गहराई से महसूस करते रहे हैं।
0 तो क्या कागज़ों पर सब कुछ पहले से तैयार था…
00 अमलेश के साथ मैंने एवं जैक नेताम ने क़रीब दो महीने इस कहानी को सिल्वर स्क्रीन के पैमाने पर बिठाने कड़ी मेहनत की। जब हम तीनों संतुष्ट हो गए कि हां अब इसे फ्लोर पर ले जाने में कहीं कोई अड़चन नहीं है, शूट पर जाने देर नहीं लगाई।
0 अमलेश की कहानी का पक्ष तो आपने बता दिया एक्टर के रूप में उनका कैसा आकलन करेंगे…
00 वे नेचुरल एक्टर हैं। यू ट्यूब पर उनकी छबि कॉमेडी स्टार भैरा काका के रूप में रही है। ‘गुईयां’ में वह प्रेमी के साथ आक्रोश से भरे युवक की भूमिका में ढले, जिसमें वे क़ामयाब रहे।
0 हीरोइन हेमा शुक्ला के बारे में क्या कहेंगे…
00 वे काफ़ी अलबम करने के अलावा कुछ फ़िल्में पहले कर चुकी हैं। ‘गुईयां’ उन्हें अलग पहचान दिलाएगी।
0 माना यही जाता है कि मनीष मानिकपुरी की फ़िल्म में गीत-संगीत का ख़ास स्थान होता है…
00 मेरे पिता नवलदास मानिकपुरी जी जाने-माने गीतकार एवं संगीतकार दोनों हैं। इस फ़िल्म के गीत-संगीत पर मैंने उनके साथ काफ़ी मेहनत की है। इस फ़िल्म से जुड़ी एक और ख़ास बात बता दूं, अमलेश के लिए तीन गायक सुनील सोनी, अनुराग शर्मा एवं नितिन दुबे तथा हेमा शुक्ला के लिए तीन गायिकाओं चंपा निषाद, कंचन जोशी एवं मोनिका वर्मा ने गीतों में स्वर दिया है।
0 फ़िल्म के शूट के दौरान अनुभव कैसा रहा था…
00 दल्ली राजहरा के पास एक गांव में हम शूट कर रहे थे। वह माइनिंग एरिया है। अप्रैल-मई वाले महीने में हम वहां थे। एक तो अप्रैल-मई का महीना, दूसरा माइनिंग एरिया, गर्मी शरीर को झुलसा दे रही थी। 45 से 46 डिग्री तापमान में हम शूट करते रहे। दो-चार दिन तो ऐसा भी मौसम देखने में आया कि दिन में भीषण गर्मी और शाम में बारिश ओले, लेकिन पूरी टीम के उत्साह में कोई कमी नहीं आई। काम काफ़ी अच्छा हुआ।
0 प्रोड्यूसर मोहित साहू के साथ कैसी ट्यूनिंग रही…
00 अच्छी रही। वे काम में पूरी आज़ादी देते हैं।