मिसाल न्यूज़
रायपुर। विधानसभा में आज भाजपा विधायक प्रबोध मिंज ने आरोप लगाया कि सरगुजा वन वृत्त में लेंटाना उन्मूलन एवं नरवा विकास में बंदरबांट हुई है। आपदा में अवसर ढूंढ़ते हुए श्रमिकों को जानबूझकर नगद भुगतान किया गया। जबकि भुगतान बैंक के माध्यम से होना चाहिए।
प्रश्नकाल में भाजपा विधायक प्रबोध मिंज का सवाल था कि क्या यह सही है कि सरगुजा वन वृत्त अंतर्गत जून 2020 से अक्टूबर 2023 के मध्य कैम्पा मद अंतर्गत लेंटाना उन्मूलन एवं नरवा विकास कार्य के प्रमानकों में दर्शित समस्त श्रमिकों को बैंक के माध्यम से मजदूरी भुगतान नहीं हुआ? वन मंत्री केदार कश्यप का इस सवाल पर हां का जवाब आया। कश्यप ने कहा कि श्रमिक जिस स्थान पर रहते हैं और उनके निवास से 5 किलोमीटर के दायरे में बैंक न हो तो नगद भुगतान किया जाता है। कश्यप ने यह भी कहा कि लेंटाना अंग्रेजों व्दारा लाई हुई समस्या है। अंग्रेज अपने बंगले की सजावट के लिए विदेश से लेंटाना का पौधा लेकर आए थे। पता नहीं यह जंगलों तक पहुंचकर कैसे फैल गया। यह 4 लाख हेक्टेयर तक में फैल गया था। यह प्रदेश ही नहीं पूरे देश की समस्या हो गई है। इसके उन्मूलन के उपाय किए जा रहे हैं।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि यहां श्रमिकों को नगद भुगतान की बात सामने आई है। प्रधानमंत्री की मंशा के अनुरूप नगद भुगतान से बचना चाहिए। मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि कोशिश यही रहती है कि ज्यादा से ज्यादा भुगतान बैंक के माध्यम से हो। प्रबोध मिंज ने आरोप लगाया कि आपदा में अवसर ढूंढ़ते हुए नगद भुगतान किया गया। क्या इसकी जांच कराएंगे? कश्यप ने कहा कि वर्तमान में नगद भुगतान बंद कर दिया गया है।