मिसाल न्यूज़
रायपुर/अंबिकापुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अम्बिकापुर में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी के सलाहकार सैम पित्रोदा द्वारा विरासत-कर संबंधी बयान पर कांग्रेस और इंडी गठबंधन को एक बार फिर आड़े हाथों लिया और आगाह किया है कि कांग्रेस सत्ता में आई तो वह नया विरासत कानून लाएगी। इसके पीछे देशवासियों की सम्पत्ति हड़पने की सााजिश है। अगर भारत शक्तिशाली हो गया, तो कुछ ताकतों का खेल बिगड़ जाएगा। अगर भारत आत्मनिर्भर बन गया, तो कुछ ताकतों की दुकान बंद हो जाएगी। इसलिए वह भारत में कांग्रेस और इंडी गठबंधन की कमजोर सरकार चाहते हैं और इसलिए अब वह अमेरिका की तरफ रुख कर रहे हैं।
सभा को संबोधित करते हुए नरेन्द्र मोदी ने कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस इस मुद्दे पर अपनी स्थिति स्पष्ट करें कि क्या वह पित्रोदा के बयान से सहमत हैं? कांग्रेस अगर पित्रोदा की राय से इत्तेफाक नहीं रखती है तो उसे अपने घोषणा पत्र से इस मुद्दे को वापस लेना चाहिए। पित्रोदा का बयान कांग्रेस का मकसद साफ तौर पर जाहिर कर रहा है कि कांग्रेस देश की जनता की निजी संपत्ति का सर्वे कर निजी संपत्ति को सरकारी खजाने में डालना चाहती है और ‘देश के संसाधन पर सबसे पहला अधिकार माइनॉरिटी और उसमें भी मुस्लिम लोगों का है’ की मंशा को पूरी करते हुए इसका बँटवारा करना चाहती है, जैसा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपने कार्यकाल में कहा था। मोदी ने कहा कि कांग्रेस अमेरिकी कानून भारत में लागू करके देशवासियों की सम्पत्ति हड़पना चाहती है। अब कांग्रेस या तो स्वीकार करे कि उसका मकसद वही है जो पित्रोदा ने कहा है, या फिर देश से माफी मांगकर इस मुद्दे को अपने घोषणापत्र से वापस ले। छत्तीसगढ़ की जनता-जनार्दन कांग्रेस की इस बदनीयती को अच्छी तरह भाँप रही है और कांग्रेस दो टूक बता देगी कि देश के संसाधनों पर सबसे पहला अधिकार देश के गरीबों, दलितों, आदिवासियों और पिछड़े वर्ग का है। मोदी ने कहा कि कांग्रेस कह रही है कि सरकार में आने पर माताओं-बहनों के सोना-चांदी का हिसाब करेगी और जाँच करेगी, और फिर वह सम्पत्ति उनको बाँट देगी, जिनके ज्यादा बच्चे हैं। अपनी मेहनत की कमाई का पैसा घुसपैठियों को दिया जाना देशवासियों को कतई मंजूर नहीं होगा। यह कांग्रेस की ‘अर्बन नक्सली सोच’ है। परिवारवादी लोगों ने देश के लोगों को लूटकर अपना आर्थिक साम्राज्य बना लिया है और अब उनकी नजर देशवासियों की सम्पत्ति पर पड़ गई है। देश की सम्पत्ति को लूटना कांग्रेस अपना जन्मसिद्ध अधिकार समझती है।
प्रधानमंत्री ने पुरानी यादों को जनता-जनार्दन के साथ साझा करते हुए कहा कि भाजपा ने जब उन्हें प्रधानमंत्री पद का दावेदार बनाया तो अंबिकापुर में लाल किला बनाया था। कांग्रेस के ईको सिस्टम हैं, जो आए दिन मोदी पर हमला करने के लिए जगह ढूंढते रहते हैं, उस पूरी टोली ने हमला बोल दिया था कि ये लालकिला कैसे बनाया जा सकता है? अभी तो प्रधानमंत्री का चुनाव बाकी है। ये लाल किला का दृश्य बनाकर वहां से सभा होने पर तूफान मचा दिया था। लेकिन सरगुजा और छत्तीसगढ़वासियों की सोच के कारण मोदी लाल किले तक पहुंचा और राष्ट्र को संदेश दिया और आज फिर अंबिकापुर क्षेत्र की जनता से आशीर्वाद मांगने आया है। मोदी ने कहा कि अभी कुछ महीने पहले मैंने आपसे छत्तीसगढ़ से कांग्रेस के भ्रष्टाचारी पंजे को हटाने आशीर्वाद मांगा था और आप लोगों ने इसका मान रखा और सरगुजा से भ्रष्टाचारी पंजे को साफ कर दिया। आज आप लोगों के आशीर्वाद से सरगुजा आदिवासी समाज की संतान छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के रूप में छत्तीसगढ़ के सपनों को साकार कर रही है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय बहुत तेजी के साथ काम कर रहे हैं। उन्होंने कम समय में ही राकेट की गति से सरकार चलाई है। किसानों को दी गई गारंटी को पूरा किया। तेंदूपत्ता संग्राहकों को ज्यादा पैसा दे रहे हैं। महतारी वंदन योजना का लाभ मिल रहा है। मोदी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में जिस तरह से कांग्रेस के घोटालेबाजों पर एक्शन हो रहा है, उसे पूरा देश देख रहा है। जब हम विकसित भारत की बात करते हैं तो कांग्रेस और दुनिया में बैठी कुछ ताकतों का माथा गरम हो जाता है। इसलिए वह भारत में कांग्रेस और इंडी गठबंधन की कमजोर सरकार चाहते हैं। ऐसी कांग्रेस सरकार जो आपस में ही लड़ती है, घोटाले करती रही है। मोदी ने कहा कि कांग्रेस का इतिहास सत्ता की लालच में देश को तबाह करने का रहा है। देश में आंतवाद फैला, नक्सलवाद बढ़ा। कांग्रेस के कुशासन और लापरवाही से देश बर्बाद होता गया। भाजपा सरकार आतंकवाद और नक्सलवाद पर कड़ी कार्रवाई कर रही है। कांग्रेस हिंसा फैलाने वालों का समर्थन कर रही है। इतना ही नहीं, जो लोग निर्दोषों को मारते हैं, लोगों का जीना हराम करते हैं, अगर वो मारे जाएँ तो ऐसे लोगों को शहीद बताते हैं। अगर ऐसा करते हैं तो वे देश के शहीदों, वीरों का अपमान करते हैं। इसी कांग्रेस की एक बड़ी नेता आतंकवादियों के मारे जाने पर आंसू बहाती हैं। ऐसी ही करतूतों के कारण कांग्रेस देश का भरोसा खो चुकी है।
मोदी ने कहा कि कांग्रेस के घोषणा पत्र में मुस्लिम लीग की छाप है। जब संविधान बन रहा था तब काफी चर्चा विचारण के बाद देश के सभी विद्वानों ने डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर के नेतृत्व में यह तय किया गया कि भारत में धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होगा। आरक्षण दलितों, आदिवासियों के नाम पर होगा। कांग्रेस ने कभी इन महापुरुषों, बाबासाहेब आंबेडकर की परवाह नहीं की। कांग्रेस ने कुछ बरस पहले आंध्रप्रदेश में धर्म के आधार पर आरक्षण देने का प्रयास किया और उसके बाद देश भर में इसे लागू करने की योजना बनाई। धर्म के आधार पर 15 प्रतिशत आरक्षण देने की बात कही। साथ ही ये भी कहा कि एससी, एसटी और ओबीसी का कोटा काटकर उसी आधार पर आरक्षण दिया जाए। अपने 2009 के घोषणा पत्र में कांग्रेस ने अपना यही इरादा जताया। 2014 के घोषणा पत्र में भी कांग्रेस ने साफ साफ कहा था कि इस मामले को वे कभी छोड़ेंगे नहीं। धर्म के आधार पर आरक्षण देंगे। अगर दलितों, आदिवासियों का आरक्षण कट करना पड़े तो करेंगे। मोदी ने कहा कि कई साल पहले कांग्रेस ने कर्नाटक में धर्म के आधार पर आरक्षण लागू किया था। जब भाजपा की सरकार आई तो हमने संविधान और बाबासाहेब की भावना के विरुद्ध कांग्रेस ने जो निर्णय लिया था, उसे खारिज किया। दलितों, आदिवासियों का आरक्षण वापस किया। कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने एक और पाप किया। मुस्लिम समुदाय की जितनी भी जातियाँ है सबको उन्होंने ओबीसी कोटे में डालकर ओबीसी बना दिया। जो हमारे देश के ओबीसी को लाभ मिलता वो कट गया। ऐसा कर कांग्रेस ने सामाजिक न्याय भारत के सेक्युलरजियम की हत्या की । वहाँ अपना यही मॉडल पूरे एससी एसटी ओबीसी का हक अपने वोट बैंक को देना चाहती है। मोदी ने कहा कि कांग्रेस आपके आरक्षण को ही नहीं लूटना चाहती बल्कि उसके इरादे भी नेक नहीं है। संविधान और सामाजिक न्याय, भारत के सांप्रदायिकता के अनुरूप नहीं है। आपके आरक्षण की रक्षा केवल भाजपा ही कर सकती है। आप लोग मुझे शक्ति प्रदान करें ताकि मैं आपकी रक्षा कर सकूं। कांग्रेस की नजर आपके आरक्षण पर ही नहीं बल्कि आपकी कमाई, मकान, दुकान, खेत – खलिहान, ज्वेलरी पर भी है।
सभा को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, कृषि मंत्री रामविचार, नेताम महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री एवं भरतपुर सोनहत विधायक रेणुका सिंह, सरगुजा लोकसभा सीट के भाजपा प्रत्याशी चिंतामणि महाराज ने भी संबोधितकिया।
इस दौरान मंच पर मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, अमर अग्रवाल, राजा पांडे, राम सेवक पैकरा, विधायक प्रबोध मिंज, राजेश अग्रवाल, रामकुमार टोप्पो, शकुंतला पोर्ते, भुलन सिंह मरावी, श्रीमती उद्धेश्वरी पैकरा, सरगुजा जिलाध्यक्ष ललन प्रताप सिंह, राम प्रताप सिंह, कृष्णा राय, प्रबल प्रताप सिंह जुदेव, सूरजपुर जिलाध्यक्ष बाबूलाल अग्रवाल, बलरामपुर ओमप्रकाश जायसवाल, लोकसभा संयोजक कमलभान सिंह मरावी एवं सह संयोजक अखिलेश सोनी सहित अन्य भाजपा पदाधिकारी व नेतागण उपस्थित थे।