मिसाल न्यूज़
छत्तीसगढ़ी फ़िल्म ‘चंदा मामा’ की टीम 1 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे राजधानी रायपुर के इंडोर स्टेडियम में मेगा डॉस कॉम्पिटिशन करने जा रही है। इस शो की रुपरेखा आर्टिस्टिको इंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड ने तैयार की है, जिसकी डायरेक्टर आंचल गोस्वामी हैं। आंचल छत्तीसगढ़ी सिनेमा की पहली फीमेल लाइन प्रोड्यूसर भी हैं। ‘चंदा मामा’ में भांजे की भूमिका में नज़र आने वाला बाल कलाकार अंश आंचल की ही खोज है।
आंचल गोस्वामी मूलतः बिलासपुर की रहने वाली हैं। दिल्ली, मुम्बई, नागपुर एवं चंडीगढ़ जैसे शहरों में रहकर उन्होंने मैनेजमेंट एवं इवेंट से जुड़े बहुत से अनुभव हासिल किए। उन्होंने महसूस किया कि छत्तीसगढ़ में काम करने का काफ़ी स्कोप है। बस यहां आकर उन्होंने नितेन्द्र सिन्हा के साथ कंपनी की बुनियाद रखी। प्रोड्यूसर मोहित साहू के एन. माही फ़िल्म्स प्रोडक्शन हाउस के लिए आंचल डॉस कॉम्पिटिशन के रूप में बड़ा काम करने जा रही हैं। ‘मिसाल न्यूज़’ से ख़ास बातचीत में आंचल ने कहा कि “पहले छत्तीसगढ़ी फ़िल्म मेकर को छोटे-छोटे कामों के लिए मुम्बई या ओड़िशा की तरफ देखना पड़ता था। आज हमारा छॉलीवुड सिनेमा से जुड़ा हर काम कर सकने में सक्षम है। छत्तीसगढ़ी सिनेमा में असीम संभावनाएं नज़र आने के कारण ही मई 2022 में मैंने बिलासपुर में बिलासा छॉलीवुड फ़िल्म्स अवार्ड समारोह डिज़ाइन किया था। 2023 में एन. माही फ़िल्म्स प्रोडक्शन हाउस से मेरा संपर्क हुआ। प्रोड्यूसर मोहित साहू जी ने ‘चंदा मामा’ की कहानी अपने दिमाग में बून रखी थी। उन्होंने ‘चंदा मामा’ के लिए कुछ आर्टिस्टों को कॉस्ट करने की ज़िम्मेदारी मुझे सौंप दी। यह बात मुझे खुशी देती है कि कॉस्टिंग डायरेक्टर के रूप में भी मेरी अलग पहचान है।“
1 तारीख को इंडोर स्टेडियम में आपकी कंपनी ‘चंदा मामा’ को लेकर क्या ख़ास करने जा रही है, इस सवाल पर आंचल कहती हैं- “किसी फ़िल्म के प्रमोशन से जुड़ा यह पूरे छत्तीसगढ़ में अपने किस्म का पहला इवेंट होगा। अलग-अलग टीमें ‘चंदा मामा’ फ़िल्म के गानों पर डॉस परफार्म करेंगी। इसके लिए हमने बक़ायदा ऑन लाइन प्रविष्टियां मंगाई हैं। उन प्रविष्टियों में से 21 ग्रुप को हम सेलेक्ट करेंगे। इन 21 ग्रुप का परफार्मेंस होगा। विजेताओं की पांच श्रेणी तय की गई है। मुख्य विजेता टीम को ढाई लाख एवं उप विजेता टीम को दो लाख का पुरस्कार दिया जाएगा। तृतीय को डेढ़ लाख, चतुर्थ को 1 लाख एवं पंचम स्थान प्राप्त करने वाले ग्रुप को 51 हज़ार का पुरस्कार दिया जाएगा। अब तक किसी भी फ़िल्म का प्रमोशन पोस्टर, फ्लैक्स, डिजीटल प्लेटफार्म एवं यू ट्यूब पर नज़र आते रहा था। डॉस कॉम्पीटिशन अपने आप में बिलकुल नई चीज है।“