मिसाल न्यूज़
रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार के प्रवक्ता एवं कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि भूपेश बघेल की सरकार जो कहती है वो करती है। जनता से वादा कर वादाखिलाफी करना भाजपा का चरित्र है। कांग्रेस के घोषणा पत्र में कहीं भी बेरोजगारी भत्ते का उल्लेख नहीं है। बेरोजगारी भत्ते के नाम से भाजपा युवाओं में भ्रम फैला रही है। कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र के बिंदु क्रमांक 4 में हर घर रोजगार देने का वादा किया था। कहा था छत्तीसगढ़ के युवाओं को राजीव मित्र योजना के तहत रोजगार दिया जायेगा। इसके अंतर्गत 10 लाख बेरोजगार युवाओं को सामुदायिक विकास और समाज सेवी गतिविधियों में भाग लेने पर न्यूनतम प्रति माह 2500 रूपये प्रदान किया जायेगा। राजीव गांधी मितान योजना के माध्यम से 13 हजार 800 क्लबों के माध्यम से सरकार वादे को पूरा कर रही है। वहीं नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया ने कहा कि भाजपा प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी मुख्यमंत्री के सर के हजार टुकड़ों में बंट जाने की बात कहकर उनकी उनकी मौत की कल्पना कर रही हैं।
राजीव भवन में आज मीडिया से बातचीत करते हुए रविन्द्र चौबे ने कहा कि छत्तीसगढ़ में जब भाजपा सरकार में थी बेरोजगारी दर 22 प्रतिशत थी। कांग्रेस के राज में राज्य की बेरोजगारी दर घटकर 0.78 प्रतिशत हो गई है। इससे यह साबित होता है कि छत्तीसगढ़ के युवाओं को कांग्रेस सरकार रोजगार उपलब्ध करवाने में देश में अव्वल है। बड़ा सवाल यह है कि देश में सबसे कम बेरोजगारी दर वाले राज्य में आंदोलन क्यों? 2014 में देश के युवाओं से वादा किया गया था कि हर साल 2 करोड़ युवाओं को रोजगार देंगे। अभी तक साढ़े आठ साल में 17 करोड़ युवाओं को रोजगार मिल जाना था। भाजयुमो बताए कि इसके लिये वह प्रधानमंत्री आवास का घेराव करने कब जा रही है? हर साल दो करोड़ रोजगार का वायदा करने वाली मोदी सरकार ने पिछले 8.5 साल में मात्र सवा सात लाख लोगों को रोजगार दिया है। इसके विपरीत भूपेश सरकार ने पिछले 3.5 साल में 5 लाख युवाओं को रोजगार दिया है। वर्तमान में छत्तीसगढ़ कर्मचारी भविष्य निधि में कुल सदस्य संख्या 22 लाख 58 हजार 871 है। इसमें पिछले तीन साल अर्थात कांग्रेस की सरकार बनने के बाद 4 लाख 8 0 हजार576 लोगों की नई संख्या कर्मचारी भविष्य निधि में दर्ज हुई। हमारे 5 लाख के रोजगार के दावे का प्रमाण है यह। 2003 के विधानसभा चुनाव में हर शिक्षित बेरोजगार को 500 रू. बेरोजगारी भत्ता देने का वायदा भाजपा ने किया था। 15 साल सरकार चलाने के बाद एक भी बेरोजगार को भाजपा ने बेरोजगारी भत्ता नहीं दिया था। भाजपा बताए कि इसके लिये राज्य के लोगों से माफी कब मांगेगी? 2003 के चुनाव में ही हर आदिवासी परिवार से एक को सरकारी नौकरी देने का वायदा भाजपा ने किया था लेकिन नहीं दिया। भाजपा बताए इसके लिये प्रायश्चित रैली कब करेगी? 2003 में ही भाजपा ने वायदा किया था स्वरोजगार देने हर आदिवासी परिवार को 10 लीटर दूध वाली गाय देंगे लेकिन प्रदेश के किसी भी आदिवासी को भाजपा ने 15 सालों तक गाय नहीं दी गई। राज्य में भाजपा के 15 साल के सरकार में युवाओं के लिये सरकारी नौकरी भर्ती बंद कर दिये थे, आउटसोर्सिंग के नाम पर सरकारी विभागों में प्रदेश के बाहर के लोगों को आधी अधूरी तनख्वाह पर ठेके पर भर्तियां की जाती थी। आज छत्तीसगढ़ में रमन के 15 साल की तुलना में सरकारी नौकरी में भर्तियों का औसत प्रतिवर्ष तिगुना से भी अधिक है फिर भी भाजपा का यह आंदोलन समझ से परे है। रमन राज में 15 साल तक छत्तीसगढ़ में सरकारी नौकरी के द्वार बंद थे। आउट सोर्सिंग के माध्यम से ठेके पर भर्तियां होती थीं। कांग्रेस राज में तो सरकारी पदों पर नियमित भर्तियां हो रही हैं। भाजपा के रमन राज के 15 साल में तत्कालीन सरकार ने छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की 15 साल में 15 नियमित परीक्षायें आयोजित नहीं की। 15 साल में मात्र 9 परीक्षायें हुई थीं। कांग्रेस की सरकार बनने के बाद हर वर्ष राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षा हो रही है। 2018 में भाजपा राज के समय मात्र 18 लाख किसान धान बेचते थे, आज 2022 में 26 लाख किसान धान बेच रहे हैं, क्या यह रोजगार में वृद्धि नहीं है? गौठानों में 13 हजार महिला समूहों की 1 लाख से अधिक महिलाओं को मिलने वाले रोजगार को भाजपा रोजगार क्यों नहीं मानती? यह रोजगार रमन राज के समय क्यों नहीं पैदा किये गये? तेंदूपत्ता संग्रहण की राशि बढ़ाने, लघु वनोपज की संख्या 7 से 63 करने और लघु वनोपज के वैल्यू एडीशन के कारण इन माध्यमों से रोजगार मिलने में चार गुना की बढ़ोत्तरी हुई है। आने वाले तीन साल में मात्र 10 लाख रोजगार का लक्ष्य केंद्र सरकार ने रखा है, इसके विपरीत कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार ने छत्तीसगढ़ में पिछले पौने चार साल में 5 लाख युवाओं को रोजगार दिया। मोदी सरकार देश में रोजगार देने में फिसड्डी साबित हुई है।
नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने कहा कि भाजपा प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी के द्वारा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के संबंध में बयान दिया गया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का सर हजार टुकड़ों में बंट जायेगा। भाजपा प्रभारी के बयान में बौखलाहट साफ दिखने लगी है। उनके बयान ने असंवेदनशीलता और अमानवीयता की सारी सीमाओं को तोड़ दिया है। भाजपा प्रभारी, मुख्यमंत्री के सर के हजार टुकड़ों में बंट जाने की बात कहकर उनकी उनके मौत की कल्पना कर रही हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के जन्मदिन के दिन जब सारा प्रदेश अपने मुख्यमंत्री की लंबी आयु के लिये प्रार्थना कर रहा, शुभकामनायें दे रहा था। उसी समय ऐसी अनिष्ट की कामना कर पुरंदेश्वरी ने बता दिया कि भाजपा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से राजनैतिक रूप से मुकाबला नहीं कर पा रही हैं। भाजपा नेता अब मुख्यमंत्री के बारे में अनिष्ट की कामना करने लगे हैं। ऐसे अनिष्ट की कामना छत्तीसगढ़ में अपने दुश्मन के बारे में भी नहीं की जाती। यह आचरण और बयान छत्तीसगढ़ की संस्कृति के खिलाफ है। झीरम का नरसंहार करवा कर भाजपा को संतोष नहीं हुआ जो हमारे एक और नेता के लिये अपशकुनी बात कर रही है। भाजपा प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी ने मुख्यमंत्री के बारे में दुर्भावना प्रदर्शित कर छत्तीसगढ़ के लोगों का अपमान किया। इस प्रकार का बयान देने के लिये वे छत्तीसगढ़ की जनता से माफी मांगें।