नगर निगम नेता प्रतिपक्ष ने लगाया आरोप- रावतपुरा फेस-2 के कामों में भारी भ्रष्टाचार

मिसाल न्यूज़

रायपुर। नगर निगम की नेता प्रतिपक्ष श्रीमती मीनल चौबे ने आरोप लगाया कि नगर निगम के जोन क्रमांक 6 अंतर्गत रावतपुरा फेस-2 कॉलोनी में हो रहे विकास कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हुआ है। भ्रष्टाचार में निगम के नेता, कुछ अधिकारी एवं एक ठेकेदार संलग्न हैं।

एकात्म परिसर में आज पत्रकार वार्ता में मीनल चौबे ने कहा कि रावतपूरा फेस-2 कॉलोनी चंद्रशेखर वार्ड का पार्ट है। वर्ष 2021-22 में यहां 13 विकास कार्यों के लिए नगर निगम से 4 करोड़ 19 लाख 61 हजार की राशि स्वीकृत हुई। वित्तीय वर्ष 2021 में इसी कॉलोनी में14 वें वित्त आयोग से 16 काम स्वीकृत हुए जिसके लिए स्वीकृत राशि 1 करोड़ 99 लाख 36 हजार रुपये थी। तब 16 कार्यों के लिए टेंडर प्रक्रिया को टूकड़े-टूकड़े में बांटा गया था ताकि जोन स्तर पर मैनुअल निविदा निकाली जा सके। वित्तीय वर्ष 2022 में फिर इसी कॉलोनी के लिए अनटाईड फंड से 8 काम स्वीकृत हुए। इसमें स्वीकृत राशि 1 करोड़ 43 लाख 36 हजार थी। अनटाईड फंड वह फंड होता है जिसमें महापौर अपनी स्वेच्छा से आकस्मिक एवं अनिवार्य कार्य को करवा सकते हैं। एक कॉलोनी जिसे प्राइवेट बिल्डर ने डेवलप किया है, जहां 14 वें वित्त आयोग एवं अन्य मद से करोड़ों का कार्य हुआ है वहां महापौर ने अनटाईड फंड से कार्यों की वित्तीय स्वीकृति दे दी। चहेते ठेकेदारों को उपकृत करने के लिए टूकड़े-टूकड़े में टेंडर किया गया। रावतपुरा फेस-2 में अन्य मद से भी 56 लाख 48 हजार की लागत से 3 काम हो चुका है। विकास शुल्क की राशि से स्वीकृत फाईलों में आश्चर्यजनक तरीके से कार्यादेश के पूर्व ही ढलाई की टेस्ट रिपोर्ट दे दी गई। राऊतपूरा फेस-2 में सांई मंदिर के सामने वाली गली तथा एल.आई.सी. बीमा केन्द्र के बगल वाली गली में रोड एवं नाली निर्माण के लिए निविदा दिनांक 16 नवम्बर 2021 को निकाली गयी जिसमें ठेकेदार को कार्यादेश 27 नवम्बर 2021 को प्रदान किया गया। इसी कार्य में दस्तावेजों में कास्टिंग 9 नवम्बर 2021 दिया गया है। मतलब कार्यादेश के पूर्व ही उपरोक्त स्थल पर रोड की ढलाई हो चुकी थी। स्पष्ट है कि कार्य टेण्डर निकालने के पूर्व ही करवा लिया गया था। विकास शुल्क के सभी कार्य एम- 30 के हिसाब से किये गये हैं। एम- 30 डिजाईन मिक्स होता है। इसका डिजाईन पी.डब्ल्यू.डी. लैब से आता है। उसके बाद टाप डाला जाता है। रिपोर्ट आने में 30 दिन लगभग लगते हैं। इसके विपरीत उपरोक्त सभी कार्यो में पी.डब्ल्यू.डी. के रिपोर्ट आने से पहले ही मैजेरमेंट बुक के अनुसार टाप डाल दिया गया। कागज में पी.डब्ल्यू.डी. (एन.एच.) द्वारा एप्पवुर्ड रेसियो 19 जनवरी 2022 दर्शाया गया है, जबकि कास्टिंग पूर्व में ही की जा चुकी थी।

मीनल चौबे ने कहा कि जब भी कोई कार्य स्वीकृत होता है उसकी निविदा दो प्रमुख समाचार पत्रों में प्रकाशित होती है। विकास कार्यों की फाइल में दो प्रतिष्ठित अखबारों की कटिंग नस्ती की गई है जिसमें उल्लेख किया गया है कि विकास कार्यों के ठेके के लिए दो अखबारों में विज्ञापन दिए गए। सच्चाई यह है कि दोनों अखबारों में कोई विज्ञापन ही नहीं दिया गया था। दोनों अखबारों में किसी खास जगह को एडिट कर वह फर्जी विज्ञापन चस्पा कर दिया गया और उसकी प्रिंट निकालकर फाइल में लगा दिया गया। इस तरह इन भ्रष्टाचारियों ने मीडिया तक को नहीं छोड़ा।

पत्रकार वार्ता के दौरान शहर भाजपा अध्यक्ष जयंती पटेल भाजपा पार्षदगण मृत्युंजय दुबे, मनोज वर्मा एवं प्रमोद साहू उपस्थित थे।

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