आदिवासी नेता गेंद बिहारी सिंह के साथ मारपीट, भाजपा का 27 को सरगुजा संभाग बंद

मिसाल न्यूज़

रायपुर। भाजपा सरगुजा संभाग प्रभारी संजय श्रीवास्तव, अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष विकास मरकाम एवं प्रवक्ता देवलाल ठाकुर ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस की सरकार में लगातार हिंदुओं का अपमान करने, सनातन संस्कृति को ठेस पहुंचाने, साम्प्रदायिक तुष्टीकरण और आतंक-अपराध को बढ़ावा देने जैसा कृत्य हो रहा है। बगीचा क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य, भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता तथा हिन्दू आदिवासी नेता गेंद बिहारी सिंह के साथ पुलिस वालों व्दारा बेरहमी से मारपीट करने की घटना हो गई। इसके विरोध में भाजपा ने 27 अप्रैल को सरगुजा संभाग बंद का आयोजन किया है।

भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर में आज पत्रकार वार्ता में संयुक्त रूप से संजय श्रीवास्तव, विकास मरकाम एवं देवलाल ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के महान संत और ‘सनातन धर्म संत समाज’ की स्थापना कर समूचे वन्य क्षेत्रों में रहने वाले आदिवासी समाज में सांस्कृतिक चेतना प्रवाहित करने वाले गाहिरा गुरु के पुत्र बगीचा क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य, भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता तथा हिन्दू आदिवासी नेता गेंद बिहारी सिंह के साथ बगीचा एसडीओपी शेर बहादुर सिंह ठाकुर, आरक्षक राजकुमार मनहर, आरक्षक संतोष उपाध्याय द्वारा जिस तरह सार्वजनिक रूप से बर्बरतापूर्वक मारपीट की गयी है, इसकी जितनी भर्त्सना की जाय, वह कम है। पीड़ित श्री सिंह के भाई चिंतामणि महाराज स्वयं गृह विभाग के संसदीय सचिव हैं जिनकी राज्य मंत्री की हैसियत है। जब गृह विभाग से संबंधित कांग्रेस विधायक चिंतामणि महाराज के घर में यह हाल है तो शेष प्रदेश की कल्पना की जा सकती है। कांग्रेस की गुटीय राजनीति किस तरह हो गयी है इसका अंदाज़ा लगाया जा सकता है। विभागीय दायित्व चाहे जो हों, पूरी सरकार में ‘वन मैन शो’ चल रहा है।  किसी पुलिस कर्मी की ऐसी हिम्मत कैसे हो सकती है कि इस तरह लोकप्रिय जनप्रतिनिधि के साथ दुर्व्यवहार करे। सीधी सी बात है कि ऐसा कांग्रेस के इशारे पर हुआ। इससे पहले एक शोभायात्रा को संदिग्ध तस्करों द्वारा उसी जशपुर में रौंद दिया गया था। उसमें अनेक लोग हताहत हुए थे, लेकिन आज तक शासन ने उसकी तह तक जाने की ज़हमत नहीं उठाई। प्रदेश का आदिवासी क्षेत्र धर्मांतरण के कारोबारियों, रोहिंग्याओं आदि का अड्डा बन गया है। स्वयं शासन के मंत्री ने अंबिकापुर क्षेत्र में बड़ी संख्या में रोहिंग्याओं के बसाए जाने की बात की थी। समूचे क्षेत्र की डेमोग्राफ़ी को तेज़ी से बदला जा रहा है। धर्मगुरु प्रकाश मुनि साहेब जी के मकान पर कब्जा करने का प्रयास तक किया गया। ऐसा हर मामला बिना शासकीय संरक्षण के संभव नहीं। कांग्रेस की सरकार लगातार दोमुंही बात करती रही है। सनातन धर्म के विरुद्ध बयानबाजी, उपद्रव, आदिवासी समाज को भड़काना, ये सब वास्तव में कांग्रेस के ‘टूल किट’ का हिस्सा है। जान बूझकर विभाजनकारी राजनीति कर राजनीतिक रोटी सेंकी जा रही है। भाजपा की यह मांग है कि सभी दोषी पुलिस कर्मियों को तत्काल बर्खास्त किया जाय। इनके विरुद्ध उच्च स्तरीय और निष्पक्ष जांच हो। दोषियों पर एट्रोसिटी एक्ट के तहत मुक़दमा दर्ज कर उन्हें तत्काल गिरफ़्तार किए जाए। मुख्यमंत्री इस घटना के लिए समूचे प्रदेश और विशेष कर आदिवासी समाज से माफी मांगें।

पत्रकार वार्ता में भाजपा प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल मौजूद थे।

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