रायपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों की सहूलियत के लिए देश भर में सवा लाख से अधिक किसान समृद्धि केंद्र की शुरुआत की है। इन समृद्धि केंद्रों में किसानों के आवश्यकता के सभी सामान उपलब्ध कराए जाएंगे। साथ ही किसानों के हित में चलने वाली समस्त शासकीय योजनाओं की जानकारी भी उपलब्ध होगी। इन केंद्रों में किसानों को परामर्श देने के लिए विशेषज्ञ भी उपलब्ध कराए जाएंगे। कुल मिलाकर यह किसानों के लिए “एक दुकान, सभी प्रकार का समाधान” का केंद्र होगा।
उक्ताशय की जानकारी एक प्रेस विज्ञप्ति में देते हुए भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष पवन साहू ने बताया कि प्रधानमंत्री किसानों की समृद्धि के लिए संकल्पित हैं। प्रधानमंत्री जहां एक तरफ किसानी की लागत कम करने के लिए रासायनिक खाद में अभूतपूर्व छूट दे रहे हैं, वहीं अनाजों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में भी अभूतपूर्व वृद्धि कर रहे हैं। जहां भारत के किसानों को यूरिया ₹266 प्रति बोरी में मिलती है वहीं उतनी ही यूरिया पाकिस्तान में ₹800 में बांग्लादेश में ₹720 में चीन में 2100 रुपए में और अमेरिका में ₹3000 में दी जाती है। इसके अतिरिक्त भारत के मोटे अन्न को “श्रीअन्न” के नाम से पूरे विश्व में बाजार दिलाने के लिए प्रधानमंत्री ने एक बड़ा अभियान छेड़ा है। इस प्रयास को आशातीत सफलता भी मिल रही है। इससे ना केवल किसानों की आय में वृद्धि होगी बल्कि लोगों का स्वास्थ्य भी बेहतर होगा और विश्व के पटल पर हमारे भारत के किसानों की पहचान बनेगी। किसान सम्मान निधि के माध्यम से 11 करोड़ किसान परिवारों के खाते में अब तक 260000 करोड़ रुपए से भी अधिक राशि डाली जा चुकी है। साथ ही प्रधानमंत्री ने खेतों की मिट्टी का परीक्षण कराने की महती योजना भी चलाई है। जिससे किसानों को यह पता चल सके की किस खेत में किस तत्व की कमी है और उसके अनुरूप वह अपनी खाद का उपयोग करें ताकि खेतों में अनाज का अधिकतम उत्पादन हो सके।
किसान मोर्चा के प्रदेश मीडिया सह प्रभारी कमलेश राजपूत ने बताया कि मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष पवन साहू ने प्रधानमंत्री को उनकी किसान हितैषी योजनाओं के लिए प्रदेश के सभी किसानों की ओर से धन्यवाद प्रेषित किया है।