3 को मोदी बस्तर में… 3 को ही कांग्रेस का बस्तर बंद…

मिसाल न्यूज़

रायपुर। 3 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का बस्तर आगमन हो रहा है। 3 अक्टूबर को ही कांग्रेस ने बस्तर बंद का ऐलान कर दिया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उपस्थिति में बंद की घोषणा की। कांग्रेस का आरोप है कि केन्द्र सरकार नगरनार संयंत्र को सीधे-सीधे निजी हाथों में बेच दे रही है। वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि बिलासपुर की सभा में नरेन्द्र मोदी कई सारे झूठ बोलकर चले गए।

राजीव भवन में आज प्रेस कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि बिलासपुर की सभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि धान खरीदी पर हम छत्तीसगढ़ को 1 लाख करोड़ दे चुके हैं, जो कि सरासर झूठ है। 2014 की बात करें तो केन्द्र और छत्तीसगढ़ दोनों ही जगह भाजपा यानी डबल इंजन वाली सरकार थी। तब तो प्रदेश में 10 क्विंटल ही धान खरीदा जा रहा था। 2014-15, 2015-16 एवं 2016-17 की बात करें तो छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार के रहते में धान की खरीदी कम ही हुई। बोनस का वादा भी तब प्रदेश की भाजपा सरकार ने पूरा नहीं किया था। अब मोदी जी कहते हैं एक-एक दाना दान खरीदेंगे। 3 तारीख को वे आ रहे हैं। आदेश जारी कर दें कि समर्थन मूल्य पर एक-एक दाना धान खरीदेंगे। प्रधानमंत्री अपने भाषण में यह भी कह गए कि रेल सेवाओं के नाम पर हमने छत्तीसगढ़ को काफी कुछ दिया। सच्चाई यह है कि जिस दिन प्रधानमंत्री आए उसी दिन छत्तीसगढ़ से होकर गुजरने वाली 34 ट्रेनें रद्द थीं। भारत में जब से रेल सेवा शुरु हुई है, इतिहास उठाकर देखेंगे तो पता चलेगा कि छत्तीसगढ़ में चलने वाली या होकर गुजरने वाली जितनी ट्रेनें अभी रद्द हुईं उतनी पहले कभी नहीं हुईं।  मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास का छत्तीसगढ़ में लक्ष्य पूरा नहीं हो पाने के लिए प्रधानमंत्री यहां की सरकार को दोषी ठहराते हैं। सच्चाई यह है कि प्रधानमंत्री आवास के लिए केन्द्र से जो राशि मिली, वह वापस ले ली गई। हमारी यह भी मांग है कि प्रधानमंत्री आ ही रहे हैं तो वे केन्द्र से मिलने वाली राशि जारी कर दें। 2014 केन्द्र सरकार ने झीरम घाटी हमले की जांच कराने की बात कही थी, उस पर वह आगे नहीं बढ़ी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नगरनार संयंत्र का उद्घाटन करने आ रहे् हैं। इस संयंत्र के लगने पर किसानों की ज़मीनें गई हैं। इसके लिए उन्हें न मुआवजा मिला और न ही नौकरी मिली। नगरनार संयंत्र का संचालन राज्य सरकार करना चाह रही थी। केन्द्र सरकार ने उसे निजी हाथों में देने का रास्ता तैयार कर लिया। प्रधानमंत्री बस्तर आगमन पर यह भी घोषणा करें कि नगरनार संयंत्र निजी हाथों में नहीं बिकेगा। वे बस्तर में एम्स खोलने की भी घोषणा करें।

बस्तर का पूरा आदिवासी

समाज विरोध में- बैज

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि केन्द्र सरकार नगरनार संयंत्र को अपने चहेते उद्योगपति को बेचना चाह रही है। बस्तर का पूरा आदिवासी समाज इसके विरोध में है।यही कारण है कि कांग्रेस 3 अक्टूबर को बस्तर बंद करने जा रही है। हमारी मांग है कि नगरनार संयंत्र निजी हाथों में न दिया जाए। साथ ही एनएमडीसी का मुख्यालय जगदलपुर में किया जाए।

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