रायपुर। छत्तीसगढ़ के जाने माने कलाकार एवं संस्था लोक रंगमंच के संंचालक दीपक चंद्राकर के निधन पर ऐतिहासिक छत्तीसगढ़ी फ़िल्म घर व्दार परिवार के सदस्य जयप्रकाश पांडे ने गहरा शोक व्यक्त किया है। पांडे ने कहा कि चंद्राकर जी का निधन छत्तीसगढ़ी लोक कला जगत की अपूरणीय क्षति है।
जयप्रकाश पांडे ने शोक संदेश जारी कर कहा कि दीपक चंद्राकर जी अर्जुन्दा गांव से थे। अर्जुन्दा मेरा मामा गांव रहा है। यही कारण है कि उनसे हमारे पारिवारिक संबंध थे। दीपक चंद्राकर जी ने छत्तीसगढ़ की लोक कला को नई ऊंचाई दी। वे स्पष्टवक्ता थे जो कि हर सम्माननीय कलाकार का गुण होता है। छत्तीसगढ़ी सिनेमा में भी दीपक जी ने अपना योगदान दिया। उन्होंने छत्तीसगढ़ी फिल्म ‘गोपी चंंदा’ का निर्माण किया था। कल रात दीपक जी के निधन का समाचार मिलते ही छत्तीसगढ़ी लोक कला मंच एवं सिनेमा जगत में शोक की लहर दौड़ गई। इससे पता चलता है कि यहां के कलाकारों के मन में दीपक जी के प्रति कितना गहरा सम्मान था।