■ अनिरुद्ध दुबे
जाड़े के बीच अचानक बने बदली-पानी के इस मौसम में यू ट्यूब स्टार अमलेश नागेश की छत्तीसगढ़ी फ़िल्म ‘गुईयां’ को लेकर चर्चाओं का सिनेमा बाज़ार गर्म है। ‘गुईयां’ 8 दिसंबर को छत्तीसगढ़ के सिंगल स्क्रीन एवं मल्टीप्लेक्स में रिलीज़ होने जा रही है। फ़िल्म के हीरो को नशे के सौदागरों से लड़ते दिखाया गया है। एक्शन और सस्पेंस दोनों है। साथ में मधुर गीत भी। अमलेश कहते हैं- “नेता हो या अभिनेता दोनों ही के मन में रिज़ल्ट को लेकर धुकधुकी तो रहती ही है। 8 दिसंबर को मेरे काम का रिज़ल्ट आने वाला है। सच कहूं तो इस समय धड़कन तेज है। साथ में भरोसा भी है दर्शकों का भरपूर प्यार इस फ़िल्म को मिलेगा।“
अमलेश नागेश और ‘मिसाल न्यूज़ ‘के चीफ एडिटर अनिरुद्ध दुबे
‘मिसाल न्यूज़’ से ख़ास बातचीत के दौरान अमलेश नागेश ने कहा- “यू ट्यूब की दुनिया में मैं कॉमेडी की वज़ह से जाना जाता रहा हूं। जब मेन स्ट्रीम सिनेमा में आया तो तीन साल पहले लिखकर रखी गई कहानी याद आई जो मैंने खुद लिखी थी। पड़ोसी राज्यों से गांजा एवं अन्य नशीले पदार्थ छत्तीसगढ़ के गांवों में लाकर चोरी-छिपे बेचे जाते रहे हैं। यही घटनाक्रम ‘गुईयां’ का आधार बना। फिर नशे का गांवों के लोगों में क्या दुष्प्रभाव पड़ रहा यह मैंने काफ़ी नज़दीक से देखा है।“ आख़िर ‘गुईयां’ में अमलेश का किरदार किस किस्म का है, इस सवाल पर वे कहते हैं- “मैं शहर से गांव आता हूं। गांव में एक के बाद एक अनहोनी होने लगती है। मैं उसकी तह तक पहुंचने की कोशिश में लग जाता हूं, अंत में जाकर सफलता मिलती है। नशे व अन्य अपराधिक कामों में लिप्त लोगों का खात्मा होता है। अब तक लोग अमलेश को कॉमेडी करते देखते रहे थे। ‘गुईयां’ में वह कुछ रील के बाद बाद काफ़ी सीरियस किरदार में नज़र आएगा।“
प्रोड्यूसर मोहित साहू एवं डायरेक्टर मनीष मानिकपुरी के साथ काम करने का कैसा एक्सपीरियेंस रहा, यह पूछने पर अमलेश कहते हैं- “जोखिम उठाना तो कोई मोहित जी से सीखे। जब से मोहित जी के फ़िल्म बनाने की शुरुआत हुई उनके कदम कभी थमे नहीं। मनीष मानिकपुरी जी को कैमरा एवं एडिटिंग दोनों का गहरा ज्ञान है। किसी सीन को लेकर मैंने कभी उनको उलझन में नहीं देखा। उनका विज़न क्लीयर रहता है।“
सुनने में यही आता है कि ‘गुईयां’ की शूटिंग के दौरान ट्रेक्टर ट्राली में भर-भर के आसपास गांव के सिनेमा प्रेमी अमलेश से मिलने आया करते थे, यह ज़िक्र करने पर अमलेश कहते हैं- “जब हम दल्ली राजहरा के पास बरसाटोला गांव में शूटिंग कर रहे थे तब वास्तव में ट्राली में भर-भरकर लोग मुझसे मिलने लोकेशन पर आए और मुझे भरपूर प्यार दिया। मोबाइल अब ज़िन्दगी का हिस्सा हो गया है। हर हाथ में मोबाइल है। हर थोड़ी देर में कुछ न कुछ नया सामने आते रहता है। यह कहें कि मोबाइल में क्रियेशन की बाढ़ आई हुई है। उस सब के बीच यदि दूर गांव में रहने वाले साधारण से लड़के अमलेश नागेश पर लोग अपना प्यार लूटा रहे हैं तो यह मेरी खुशकिस्मती है। जब लाखों की संख्या में लोग आप से जुड़े रहें तो स्वाभाविक है मानसिक दबाव भी बढ़ जाता है। 8 दिसंबर को मेरे इम्तिहान का रिज़ल्ट आना है। उम्मीद है दर्शक ‘गुईयां’ में भी फैसला मेरे हक़ में देंगे।“