मिसाल न्यूज़
रायपुर। संस्कृति, पर्यटन एवं धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने आज विधानसभा में जानकारी दी कि बस्तर में होने वाले बस्तर दशहरा, चित्रकोट महोत्सव, रामाराम मेला एवं गोंचा पर्व जैसे भव्य आयोजनों के लिए शासन की ओर से अब तक जो राशि उपलब्ध कराई जाती थी उसमें वृद्धि कर दी गई है।
प्रश्नकाल में भाजपा विधायक किरण देव ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य मेला मड़ई के कारण पूरे देश में अपनी अलग पहचान रखता है। बस्तर संभाग में होने वाले मेला, मड़ई के लिए जो शासकीय अनुदान दिया जाता है वह काफी कम है। संस्कृति, पर्यटन एवं धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि बस्तर की संस्कृति आदिवासियों से जुड़ी हुई है। बस्तर में होने वाले चित्रकोट महोत्सव, गोंचा पर्व एवं रामाराम मेला की अपनी अलग ही महत्ता है। इन आयोजनों के लिए न सिर्फ संस्कृति विभाग बल्कि पर्यटन विभाग भी पैसा उपलब्ध कराता है। किरण देव ने कहा कि बस्तर दशहरा 75 दिनों तक चलता है। इसकी लोकप्रियता न सिर्फ राष्ट्रीय बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर है। बस्तर दशहरा समेत चित्रकोट महोत्सव, रामाराम मेला एवं गोंचा पर्व में होने वाला व्यय पहले की तूलना में काफी बढ़ा है। इन आयोजनों के लिए और अधिक राशि अनुदान के रूप में दिए जाने की जरूरत है। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि बस्तर दशहरा के लिए दस लाख दिया जाता रहा था। अब इसके लिए संस्कृति, धर्मस्व एवं पर्यटन तीनों विभागों से 25 लाख रुपये दिए जाएंगे। रामाराम मेला के लिए 5 लाख दिया जाता रहा है, इसे बढ़ाकर 10 लाख किया जाएगा। गोंचा पर्व के लिए 3 लाख दिया जाता रहा था जिसे बढ़ाकर 5 लाख किया जाएगा। इसी तरह चित्रकोट महोत्सव के लिए अब तक 10 लाख दिया जाता रहा था जिसे बढ़ाकर 15 लाख किया जाएगा।