उस ख़ास तस्वीर ने दिलाई ‘लव लेटर’- सृष्टि तिवारी

मिसाल न्यूज़

फैशन व मॉडलिंग की दुनिया में अलग पहचान रखने वाली सृष्टि तिवारी ने ‘लव लेटर’ से छत्तीसगढ़ी सिनेमा की तरफ कदम बढ़ा दिए हैं। सृष्टि कहती हैं ये मेरा बड़ा लक है कि सिनेमा में मेरे करियर की शुरुआत उत्तम तिवारी जी जैसे मशहूर डायरेक्टर व मन कुरैशी जैसे फ़ेमस एक्टर के साथ हो रही है।

‘मिसाल न्यूज़’ से बातचीत को दौरान सृष्टि ने बताया कि “मैं भिलाई की रहने वाली हूं। वैसे तो भिलाई इस्पात नगरी कहलाती है लेकिन यह भी उतना ही बड़ा सच है कि यहां कलाकारों की खान है। मैं फैशन व मॉडलिंग से जुड़ी थी। प्रोड्यूसर अमित जैन जी व तरूण सोनी जी ने कहीं पर मेरी तस्वीर देखी। उस तस्वीर को सामने रखकर दोनों ने डायरेक्टर उत्तम तिवारी जी से बातचीत की। फिर मेरा ऑडिशन लिया गया और मैं 4 जुलाई 2019 को ‘लव लेटर’ के लिए फाइनल हो गई।

मॉडलिंग व सिनेमा दोनों एकदम अलग हैं, सिनेमा के लिए पहली बार कैमरे के सामने आने पर कैसा लगा, पूछने पर सृष्टि कहती हैं- “सच कहूं तो मैं डरी हुई थी। उत्तम सर ने मेरा हौसला बढ़ाया। अमित जी और तरूण जी ने हिम्मत दी। देखते ही देखते 40 दिन के शूट में फ़िल्म पूरी हो गई।“ मन कुरैशी छत्तीसगढ़ी सिनेमा का बड़ा नाम हो चुके हैं। उनके अपोजिट काम करना कैसा रहा, इस सवाल पर सृष्टि कहती हैं- “उनके साथ अच्छी कैमेस्ट्री जमी। शूट के दौरान वो बराबर मेरा उत्साह बढ़ाते रहे। कहीं पर कोई चीज खटकती तो वो मुझे बताते थे। इससे मेरा काम बेहतर ही हुआ।“ फैशन-मॉडलिंग में हिन्दी-इंग्लिश का ज़्यादा जोर रहता है। ‘लव लेटर’ में छत्तीसगढ़ी बोलना था, क्या कोई दिक्कत आई, पूछने पर सृष्टि कहती हैं- “यहां पर उत्तम सर काफ़ी मददगार साबित हुए। संवाद कैसे बोलना है वे बराबर समझाते। फिर स्क्रीन प्ले व डॉयलाग उत्तम सर का ही लिखा हुआ है और उन्होंने छत्तीसगढ़ी के आसान शब्दों को ज़्यादा से ज़्यादा फ़िल्म में जगह दी है। शुरु के एक-दो दिन को छोड़कर बाक़ी कहीं कोई कठिनाई नहीं गई।“

‘लव लेटर’ के गाने धूम मचाए हुए हैं। इसे आप ख़ूब इंजॉय कर रही होंगी? सृष्टि कहती हैं- “का जादू करे संगवारी… और हलू हलू दिल मा… ये दो गाने पहले ही संगीत प्रेमियों की ज़ुबां पर चढ़ चुके हैं। दोनों पर ख़ूब रील बन रही है। मुझे पूरी उम्मीद है कि गाने ‘लव लेटर’ को ख़ूब ऊंचाई देंगे।“

लाइफ में किसका सबसे ज़्यादा सपोर्ट रहा और आगे क्या लक्ष्य तय है पूछने पर सृष्टि कहती हैं- “मम्मी सरोजनी तिवारी हमेशा कहती थीं कि तुम्हें कुछ बनकर दिखाना है। मॉडलिंग हो या सिनेमा उन्होंने कहीं पर मुझे नहीं रोका। आगे भी मुझे छत्तीसगढ़ी मूवी करना है।“

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