मिसाल न्यूज़
रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस मीडिया पर्यवेक्षक एवं राज्यसभा के उप नेता प्रतिपक्ष प्रमोद तिवारी ने कहा कि भाजपा के जो नेता दूसरों को फंसाने निकले थे उनकी खुद की विधानसभा सीट फंसी पड़ी है। यही कारण है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को कहना पड़ रहा है मोदी को वोट दें। भाजपा व्दारा किया जा रहा चुनाव प्रचार खुद उसी के लिए मुसीबत बना हुआ है। जिस चुनावी मंच से बार-बार महादेव एप्प की बात कही जा रही है वह केंद्र सरकार और भाजपा के संरक्षण में ही चलते रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के बेटे अभिषेक सिंह और पूर्व के 3 नौकरशाहों के बेटे बार-बार दुबई क्यों जाते हैं इसका जवाब सामने आना चाहिए। डॉ. रमन सिंह अपने बेटे अभिषेक सिंह के पासपोर्ट को सार्वजनिक करें।
राजीव भवन में आज पत्रकार वार्ता में प्रमोद तिवारी ने कहा कि ईडी और भाजपा ने मिलकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की छवि खराब करने साजिश रची। ईडी के जिस ड्राईवर के बयान पर मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया गया वह भाजपा का कार्यकर्ता है। भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार के इशारों पर ईडी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की छवि खराब करने के उद्देश्य से एक दुर्भावनापूर्वक प्रेस नोट जारी किया। इसमें ईडी ने सिर्फ एक आरोपी के फौरी बयान के आधार पर मुख्यमंत्री के खिलाफ बिना किसी प्रमाण के, बिना किसी जांच के पैसे लेने का प्रेस नोट हड़बड़ी में जारी कर दिया। जारी प्रेस नोट यह साबित करने के लिये पर्याप्त है कि यह भाजपा को एक चुनावी मुद्दा देने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री की छवि खराब करने के उद्देश्य से षड़यंत्रपूर्वक जारी किया गया। हमारे पास ऐसी कई तस्वीरें हैं जिनमें महादेव एप्प से जुड़े लोग भाजपा के बड़े नेताओं के साथ नजर आ रहे हैं। महादेव एप्प के मालिकों में से एक रवि उप्पल का भाई भाजपा के दुर्ग के सांसद विजय बघेल जो पाटन में मुख्यमंत्री के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं उनके साथ दिख रहा है। उसकी फोटो डॉ. रमन सिंह के साथ भी है। जिस ड्राईवर के बयानों के आधार पर मुख्यमंत्री पर अनर्गल आरोप लगाये गये हैं वह भाजपा का कार्यकर्ता है। वह वरिष्ठ भाजपा नेता प्रेम प्रकाश पांडे के खास आदमी पियूष मिश्रा का सहयोगी है। वह डॉ. रमन सिंह का भी कार्यकर्ता है। रमन सिंह के साथ उसकी तस्वीर सोशल मीडिया में है। असीम दास जिसके साथ रमन सिंह और पियूष मिश्रा जो भाजपा का पार्षद है, जो प्रेम प्रकाश पांडे का प्रतिनिधि था उसके बयानों के आधार पर मुख्यमंत्री पर आरोप लगाना साफ करता है कि ईडी का प्रेस नोट भाजपा की साजिश है।
प्रमोद तिवारी ने कहा कि ईडी ने एक काले कलर की इनोवा कार से भी कैश जप्त किया था जो होटल के बेसमेंट में खड़ी थी। इस ब्लैक कार का का रजिस्ट्रेशन कोरबा जिले का है। आरटीओ में यह कार सनफ्लावर हाउसिंग प्राइवेट लिमिटेड के बृजमोहन अग्रवाल के नाम पर रजिस्टर्ड है। बृजमोहन अग्रवाल बिलासपुर के पूर्व भाजपा मंत्री अमर अग्रवाल के भाई हैं। बृजमोहन अग्रवाल बिलासपुर में बिल्डर हैं। ईडी ने जिस इनोवा कार से कैश जप्त किया अभी तक उसकी डिटेल नहीं दी है। अब सवाल उठ रहे हैं कि आखिर बीजेपी नेता के रिश्तेदार बिल्डर की कार से जप्त कैश किसके लिए लाया गया था और इस रकम को कहां और किसे बांटा जाना था? इस पूरे मामले में ईडी ने कार ड्राइवर असीम को आरोपी बना लिया पर कार मालिक से मामले में अभी तक कोई पूछताछ नहीं हुई है। सवाल यह भी है कि बिना मालिक के जानकारी के इतनी बड़ी रकम ड्राइवर कैसे ला सकता है? आखिर कार मालिक की इस मामले में क्या भूमिका है? कार का असली मालिक कौन है? दूसरे दिन भाजपा के कार्यालय से एक वीडियो जारी होता है जिसमें एक शुभम सोनी नाम का व्यक्ति खुद को महादेव एप्प का मालिक घोषित करता है तथा अभी तक महादेव एप्प के चर्चित मालिक सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल को कर्मचारी बताता है। सवाल यह खड़ा होता है कि शुभम सोनी के इस वीडियो को भारतीय जनता पार्टी ने क्यों रिलीज किया? यह भाजपा के पास कहां से आया? यदि यह वीडियो शुभम सोनी ने भाजपा को भेजा है तो उसने भाजपा को ही क्यों भेजा, इनके क्या संबंध है? ईडी इसकी जांच करे।