बूढ़ातालाब सौंदर्यीकरण में अनियमितता का मामला विधानसभा में गूंजा… अजय चंद्राकर, राजेश मूणत एवं सुनील सोनी ने दागे सवाल…

मिसाल न्यूज़

रायपुर। बूढ़ातालाब सौंदर्यीकरण कार्य में अनियमितता का मामला आज विधानसभा में गूंजा। इस मुद्दे पर सत्ता पक्ष के ही विधायकों ने सरकार को घेरा। उप मुख्यमंत्री अरुण साव की तरफ से जो भी जवाब आए, सवाल करने वाले विधायक संतुष्ट नहीं हुए। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह के हस्तक्षेप के बाद उप मुख्यमंत्री ने समय सीमा के भीतर योजना की जांच कराने का आश्वासन दिया।

प्रश्नकाल में स्मार्ट सिटी मद से हुए कार्यों को लेकर भाजपा विधायक अजय चंद्राकर का सवाल था। उप मुख्यमंत्री (नगरीय प्रशासन) अरुण साव की ओर से जवाब आया कि स्मार्ट सिटी मद से कुल 230 कार्य स्वीकृत हुए हैं। 204 कार्य पूर्ण हैं और 18 कार्य प्रगति पर हैं। पांच कार्य निरस्त किए गए हैं। अजय चंद्राकर ने बूढ़ातालाब सौंदर्यीकरण योजना को लेकर सवाल पूछा। अरुण साव ने बताया कि बूढ़ातालाब योजना के मद में कुल 30 कार्य स्वीकृत हुए हैं। इनमें से 29 कार्य पहले ही पूरे हो चुके हैं। एक कार्य हाईकोर्ट में प्रकरण विचाराधीन होने की वजह से रुका हुआ है। चंद्राकर ने पूछा कि बूढ़ापारा सौंदर्यीकरण योजना के कार्यों के लिए कौन-कौन सी मद का उपयोग किया गया? साव ने बताया कि सारे काम स्मार्ट सिटी मद से किए गए हैं। चंद्राकर ने कहा कि खर्चों को लेकर गलत जानकारी दी जा रही है। कार्यों में स्मार्ट सिटी, नगर निगम एवं पर्यटन मंडल सहित कई मदों का उपयोग किया गया। इससे संबंधित सारे दस्तावेज मेरे पास उपलब्ध हैं। सारे कार्यों के पूर्ण होने का दावा किया जा रहा है, जो कि सही नहीं है। नरैया तालाब, महाराजबंद तालाब सहित और भी योजनाएं अधूरी पड़ी हैं। चाहें तो रायपुर शहर के विधायकों की मौजूदगी में इसकी जांच करवा लें। साव ने कहा कि बूढ़ातालाब के सौंदर्यीकरण एवं संवर्धन की जिम्मेदारी पर्यटन बोर्ड को दी गई है। चंद्राकर इस जवाब से संतुष्ट नजर नहीं आए।

पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कहा कि तालाबों में छह करोड़ का फौव्वारा लगाया गया है, जो कि अब तक चालू नहीं हुआ है। इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए। अरुण साव ने कहा कि इसका परीक्षण करा लेंगे। भाजपा विधायक सुनील सोनी ने कहा कि स्मार्ट सिटी के नाम पर केवल लूट खसोट का काम हुआ है। सत्ता पक्ष के ही तीन विधायकों की ओर से इस तरह आरोपों की झड़ी लगने पर सदन का माहौल गरमा गया।  विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह के हस्तक्षेप के बाद उप मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि समय सीमा के भीतर इसकी जांच करा ली जाएगी।

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