मिसाल न्यूज़
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के केन्द्रीय मीडिया संयोजक एवं प्रयागराज विधायक सिध्दार्थनाथ सिंह ने आज भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर में मीडिया के सामने महादेव एप के सूत्रधार शुभम सोनी के कथित खुलासे वाले वीडियो का प्रदर्शन करवाया। सिद्धार्थनाथ सिंह ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा, मुख्यमंत्री के बेटे बिट्टू एवं पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल महादेव एप्प सिंडिकेट का हिस्सा हैं। सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से इस्तीफे की मांग की है।
एकात्म परिसर में पत्रकार वार्ता में सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि शुभम सोनी को दुबई भेजकर सट्टे का कारोबार बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया गया। यह स्पष्ट हो चुका है कि सत्ता के संरक्षण में महादेव एप्प जन्म लिया और फला-फूला है। शुभम सोनी है वह व्यक्ति है जिसको ईडी ने सम्मन जारी किया था, लेकिन वह आया नहीं। उसने अपना एक वीडियो भेजा है। यह अनकट है। महादेव एप्प का वन ऑफ़ द ओनर जो कह रहा है उससे कुछ चीजें साफ होती हैं। शुभम सिंडिकेट ऑपरेट कर रहा था। उसने बार-बार वर्मा का नाम लिया। सभी जानते हैं कि वो विनोद वर्मा हैं। सवाल यह है कि मुख्यमंत्री को दिल्ली में क्यों प्रेस कांफ्रेंस करनी पड़ी। एक स्ट्रिंग ऑपरेशन जो एक चैनल में प्रसारित हुआ उसमें कवर्धा के एक एसपी अभिषेक का नाम सामने आ रहा है। उसमें सौरभ चंद्राकर का भी नाम आया। इधर, आरोपी शुभम सोनी खुद बता रहा है कि रुपए एंठने की शुरुआत 10 लाख रुपए से हुई। उसकी सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल से भेंट होती है। उनके साथ वह बिजनेस करता है। उनको अपना एडवाइजर रख लेता है।
सिध्दार्थनाथ सिंह ने कहा कि महादेव एप्प सिंडिकेट का सच सामने आ गया है। छत्तीसगढ़ की जनता को सट्टे के कारोबार के जरिये सरकार के मुखिया ने लुटवाने का काम किया। हमारा स्पष्ट कहना है कि भूपेश बघेल को मुख्यमंत्री के पद पर तीस दिन तो क्या एक मिनट भी बैठने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। बघेल फौरन मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देकर जनता के बीच जाएं और सच बताएं।
पत्रकार वार्ता में प्रदेश प्रवक्ता दीपक म्हस्के, केदारनाथ गुप्ता, नलिनीश ठोकने, प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल मौजूद थे।