विधानसभा में मूणत ने कहा- “महादेव ऐप से जुड़ी बड़ी मछलियां आजाद घूम रहीं…” उप मुख्यमंत्री का जवाब- “मगरमच्छ भी नहीं बच पाएंगे कानून के शिकंजे से…”

मिसाल न्यूज़

रायपुर। विधानसभा में आज सत्ता पक्ष के विधायक राजेश मूणत ने महादेव ऐप को लेकर उप मुख्यमंत्री (गृह मंत्री) के सामने सवालों की झड़ी लगा दी। मूणत ने आरोप लगाया कि महादेव ऐप से जुड़ी छोटी मछलियों को ही गिरफ़्त में लिया गया है। बड़ी मछलियां आजाद घूम रही हैं। उप मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि मछलियां तो क्या मगरमच्छ भी कानून के शिकंजे से नहीं बच पाएंगे।

प्रश्नकाल में वरिष्ठ भाजपा विधायक राजेश मूणत का सवाल था कि जनवरी 2020 से नवम्बर 2023 तक महादेव सट्टा ऐप एवं अन्य सट्टा ऐप के संबंध में किसके व्दारा, कब-कब व क्या-क्या शिकायत किससे की गई? शिकायतों पर क्या-क्या कार्रवाई की गई? उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा की ओर से जवाब आया कि प्रश्नावधीन अवधि में छत्तीसगढ़ राज्य में महादेव सट्टा ऐप की कुल 28 शिकायतें प्राप्त हुई हैं। कुल 90 अपराध पंजीबद्ध किए गए हैं। जांच एजेन्सी ईडी है। मूणत ने कहा कि वैशाली नगर विधानसभा क्षेत्र में 21 हजार नवजावन महादेव ऐप के जाल में फंस चुके हैं। यह कारोबार दुबई से चल रहा है। जिनकी सूरक्षा की जिम्मेदारी है वो लोग तो महादेव ऐप से जुड़े लोगों को संरक्षण देते रहे हैं। करोड़ों का ट्रांजेक्शन होते रहा और दोषी लोग बचे रहे। रविकांत नाम के युवक का चौंकाने वाला बयान सामने आया है। पुलिस में कार्ररत रहे चंद्रभूषण वर्मा का बयान भी ईडी ने लिया है। आखिर किन अफ़सरों को बचाने का काम हो रहा है? ऐसे भी लोग हैं जिनके पास, 30 लाख, 50 लाख एवं 1 करोड़ तक महीना गया है। प्रदेश सरकार कह रही है जांच एजेन्सी ईडी है। क्या सरकार स्वयं विवेचना या संज्ञान में लेकर अपने स्तर पर जांच नहीं करवा सकती। दो साल से महादेव ऐप को लेकर मैं लड़ाई लड़ते रहा। जिन पर गंभीर आरोप है वही लोग बड़े पदों पर बैठे हुए हैं। जब “सैंया भये कोतवाल तो फिर डर काहे का।“ किसने कितने रूप लिए क्या इसकी सही तरीके से विवेचना हुई। सारे मामले की जांच विधानसभा की कमेटी से कराई जानी चाहिए। छोटी मछलियों का तो शिकार हो गया लेकिन एक भी बड़ी मछली गिरफ्त में नहीं आई।

उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि मछली तो क्या मगमच्छ भी पकड़े जाएंगे। रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर एवं सूरजपुर जैसे स्थानों पर महादेव ऐप से जुड़े प्रकरण सामने आए हैं। दुबई से कुछ लोग महादेव ऐप का संचालन कर रहे हैं, इसे छत्तीसगढ़ तो क्या पूरा भारत जानता है। महादेव ऐप में लिप्त प्रमुख लोगों की गिरफ्तारी के लिए लुक आउट सर्कुलर एवं रेड कार्नर नोटिस जारी किया गया है। प्रत्यर्पण की भी कार्यवाही चल रही है। बड़ी संख्या में बैंक एकाउंट फ्रीज किए गए हैं। कुछ लोग सरकारी नौकरी से बर्खास्त हुए हैं और अभी जेल में हैं। अधिकारिक तौर पर जिन बड़े लोगों का नाम सामने आएगा उन्हें जेल की सलाखों के पीछ पहुंचाया जाएगा। अब तक 54 चालान पुटअप हो चुके हैं। धंधे में लिप्त लोगों की संपत्ति चिन्हांकित कर उन्हें कुर्क करने की भी तैयारी है। ईडी की जांच अंतिम चरणों में है।

भाजपा विधायक रिकेश सेन ने कहा कि भिलाई को खेल धानी एवं शिक्षा धानी के रूप में जाना जाता रहा था। अब महादेव ऐप के लिए जाना जाने लगा है। यहां के 20 हजार लोग महादेव ऐप के जाल में फंसे हुए हैं और केवल 90 लोग पकड़े गए, जो कि मुचलके पर थाने से ही छोड़ दिए गए। पिछली सरकार में मंत्री रहे एक नेता का इन लोगों को संरक्षण मिलते रहा था। संरक्षण पाने वाले लोग भिलाई में खूले आम घूम रहे हैं। भाजपा विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि उत्तरप्रदेश का तरह छत्तीसगढ़ में भी बुलडोजर चलवाइये, अपराधियों में खौफ पैदा होगा। वरिष्ठ भाजपा नेता धरमलाल कौशिक न कहा कि पूरे प्रदेश में महादेव ऐप के कारण लाखों युवक बरबाद हो रहे हैं। उनका भविष्य चौपट हो रहा है।

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